बीजापुर
पूर्व मंत्री गागड़ा ने कहा-एफआईआर नहीं हुई तो जाएंगे कोर्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 जनवरी। जिले के उसूर और आवापल्ली के बीच नौ करोड़ रूपए की लागत से बनाई गई सडक़ से डामर का नामोनिशान मिटता जा रहा है और ये फिर से पुराने हाल में लौट रही है। आवापल्ली थाने में इसे लेकर पीडब्ल्यूडी एवं कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने कहा है कि सत्तापक्ष के दबाव में यदि प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाएगी, तो भाजपा के लिए अदालत जाने का विकल्प खुला है।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास राव मुदलियार, अजजा मोर्चा के प्रदेष कार्यसमिति सदस्य सुखलाल पुजारी, जिला उपाध्यक्ष उर्मिला तोकल, जिला पंचायत सदस्य जानकी कोरसा, मण्डल अध्यक्ष नीलकण्ठ ककेम एवं भाजपाइयों ने उसूर और आवापल्ली के बीच बारह किमी की सडक़ का हाल देखा। करीब डेढ़ साल पहले बनी सडक़ से डामर गायब होने लगा है और गड्ढे बनते जा रहे हैं। पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि इसमें स्थानीय विधायक, विभाग और की स्टोन कंपनी की मिलीभगत है। कमीशन का ऐसा खेल चला कि सडक़ ही बर्बाद हो गई। इस घटिया निर्माण से उसूर की ओर जाने वाले लोग परेशान हैं।
सडक़ पर बैठे भाजपाइयों ने कहा कि वे रोड में डामर की तलाश कर रहे हैं। इस सडक़ में बहुत तकनीकी खामी है और कमीशन के फेर में इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। भाजपाई इसके बाद आवापल्ली थाने पहुंचे और पीडब्ल्यूडी एवं की स्टोन कंपनी के खिलाफ एफआईआर के लिए शिकायत दर्ज करवाई। पूर्व मंत्री ने कहा कि सत्तापक्ष के दबाव में यदि एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।
धान खरीदी केन्द्र पहुंचे गागड़ा
भाजपा नेता धान उसूर व आवापल्ली खरीदी केंद्र पहुंचे और किसानों से चर्चा की। किसानों ने अपनी परेशानी बताई। इसके पहले वे जनपद सदस्य शंकरैया माड़वी के घर गए और उनके बीमार पिता शांतैया माड़वी का हालचाल जाना। शांतैया माड़वी कुछ दिनों से किडनी की बीमारी से पीडि़त हैं।