रायपुर
अब तक 21 केस आए हैं...
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 जनवरी। प्रदेश में ओमिक्रॉन के अब तक 21 केस आए हैं। खास बात यह है कि ये सभी होम आइसोलेशन में ही हैं। अलबत्ता, जनवरी माह में कोरोना से मृतकों की संख्या बढ़ी है, और कहा जा रहा है कि ज्यादातर लोग पहले से ही दूसरी बीमारी से पीडि़त थे।
डायरेक्टर (महामारी) डॉ. सुभाष मिश्रा ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि बुजुर्ग, और दूसरी बीमारियों से पीडि़त करीब 20 फीसदी लोग हाई रिस्क ग्रुप में आते हैं। ऐसे लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने की जरूरत है।
अभी जितनी भी मृत्यु हुई है उनमें से ज्यादातर लोग हाई रिस्क ग्रुप के ही हैं।
डॉ. मिश्रा ने ओमिक्रॉन के मरीजों को लेकर कहा कि रायपुर में तीन ओमिक्रॉन के मरीज मिले थे। रिपोर्ट गुरूवार को ही मिली थी। लेकिन इससे पहले ही वो ठीक हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन की रिपोर्ट हफ्तेभर में मिल रही है। संदिग्ध मरीज होम आइसोलेशन में ही ठीक हो जा रहे हैं।
कोरोना की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की रफ्तार बढ़ती रहेगी। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए जांच की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। बीते सप्ताह 14 जनवरी से 20 जनवरी के बीच तीन लाख 44 हजार 870 सैंपलों की जांच की गई है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए विभाग को प्रतिदिन ज्यादा से ज्यादा संख्या में सैंपलों की जांच के निर्देश दिए हैं। उनके निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी जिलों में रोजाना जांच की संख्या बढ़ाई गई है।
प्रदेश भर में अभी रोज औसत 49 हजार 267 सैंपलों की जांच की जा रही है, जबकि पिछले महीने दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में 25 दिसम्बर से 31 दिसम्बर के बीच यह औसत 20 हजार 256 थी। दिसम्बर की तुलना में अभी रोज करीब ढाई गुना ज्यादा सैंपलों की जांच हो रही है।
प्रदेश भर में बीते सप्ताह 14 जनवरी को 60 हजार 257, 15 जनवरी को 56 हजार 717, 16 जनवरी को 32 हजार 563, 17 जनवरी को 38 हजार 064, 18 जनवरी को 50 हजार 258, 19 जनवरी को 54 हजार 600 और 20 जनवरी को 52 हजार 411 सैंपलों की जांच की गई है।