कोण्डागांव
कोण्डागांव, 21 जनवरी। नगर के हर जगह आवारा कुत्तों की बढ़ती जनसंख्या एवं उनसे होने वाली परेशानियों को ध्यान में रखते हुए पशु चिकित्सा विभाग एवं नगर पालिका कोण्डागांव के माध्यम से संयुक्त अभियान चलाते हुए आवारा कुत्तों के जन्म दर के नियंत्रण हेतु कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 7 जनवरी से समाजसेवी संगठन की ओर से अनीता श्रीवास्तव के द्वारा कुत्तों को पशु चिकित्सालय लाकर सुरक्षित तरीके से आवारा कुत्तों के अंडाशय एवं गर्भाशय को बाहर निकाल कर नसबंदी किया गया।
इस संबंध में प्रभारी पशु चिकित्सालय डॉ. नीता मिश्रा ने बताया कि जिला निर्माण के बाद भी जिला पशु चिकित्सालय का सेटअप न होने स्टाफ की कमी एवं अन्य समस्याओं के कारण तीव्र गति से नसबंदी का कार्यक्रम चलाना संभव नहीं हो पाया था। परन्तु इस बार उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. शिशिर कांत पांडे तथा सीएमओ सूरज सिदार के नेतृत्व में जन्म दर नियंत्रण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इससे तीव्र गति से कुत्तों की नसबंदी का कार्य हो सके, इसके लिए पशु चिकित्सा विभाग की डॉ. नीता मिश्रा एवं सहायक शल्य चिकित्सक डॉ. ढालेश्वरी साहू के नेतृत्व में अस्थाई ऑपरेशन कक्ष स्थापित कर पहला सफल ऑपरेशन सात जनवरी को किया गया था जो कि अभी पूरी तरह स्वस्थ एवं रिकवर हो चुकी है।
योजना अतंर्गत नगर पालिका एवं पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों द्वारा आवारा कुत्तों को पकड़ कर पशु चिकित्सालय लाया जा रहा है, जहां सभी कुत्तों की स्वास्थ्य जांच कर नसबंदी कार्य किया जाएगा। ऑपरेशन के बाद दो दिवसों तक कुत्तों को पोस्ट ऑपरेटिव केयर में रखकर एंटी रेबीज टीका लगाया जाएगा। इसके पश्चात उन्हें उनके क्षेत्रों में वापस छोड़ दिया जाएगा।
इस कार्यक्रम से न केवल आवारा कुत्तों की जनसंख्या वृद्धि दर पर नियंत्रण स्थापित होगा, बल्कि एंटी रेबीज टीके का लग जाने से रेबीज बीमारी के प्रसार को भी जिले के अतंर्गत रोकने में भी मदद प्राप्त होगी। इसके लिए पशु चिकित्सा विभाग ने सभी नगरवासियों से अपील की है कि वह अपने आसपास क्षेत्र में पाए जाने वाले आवारा कुत्तों की नसबंदी में विभाग का सहयोग करें।