बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 21 जनवरी। एक साल के दौरान जिले के 78 फीसदी लोगों को वैक्सीन लगी है। सर्वे के मुताबिक कोरोना से ठीक हो चुके जिले में कुल 43 हजार लोगों यानी 90 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी बन चुकी है, संभवत: यही वजह है कि इस बार संक्रमण पहली और दूसरी लहर जितना घातक नहीं है, जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या भी 365 है, मगर अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या मात्र दो ही है हालांकि इसी लहर में लापरवाही के कारण संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
तीसरी लहर के शुरुआत में जहां संक्रमण के सर्वाधिक शिकार 21 से 30 वर्ष के युवा हो रहे थे, वहीं इस बार 41 से 50 वर्ष के लोग अधेड़ भी बड़ी संख्या में कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। राहत की बात यह है कि जिस तीसरी लहर को बच्चों के लिए घातक बताया जा रहा था, उस तीसरी लहर में जिले के बच्चे अभी तक सुरक्षित हैं। मंगलवार तक 1 से 10 आयु का सिर्फ एक ही बच्चा संक्रमित में शामिल है।
2 दिन में ही पॉजिटिव रेंट 5.61 से गिरकर 2 दशमलव 15 फीसदी पर पहुंचा है। सीएमएचओ डॉ खेमराज सोनवानी के अनुसार जिले में बुधवार को दिए गए 1883 सैंपल में से 73 संक्रमित मिले हैं। पॉजिटिव रेट में 17 जनवरी को 5.61 पहुंच गया था, वह बुधवार को गिरकर 2.15 हो गया है। जिले के 10 लाख 94545 लोगों में से 8 लाख 58970 लोगों को पहली रोज लग चुकी है, वहीं दूसरी डोज 4 लाख 21487 लोगों को लगाई गई है।
हार्ड इम्युनिटी बलौदाबाजार जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ कमलेश टेम्भुरे ने बताया कि जब 70 फीसदी वैक्सीनेशन हो जाता है, तो हार्ड एमेनिटी बन जाती है। इसके बाद कोरोना संक्रमण का कोई भी वेरिएंट घातक नहीं रहता, उन्होंने बताया कि संक्रमित होने के बाद भी जान को खतरा कम से कम रहता है। तीसरी लहर में जिन लोगों की मौत हुई है वह अन्य बीमारियों से भी ग्रसित थे।