कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 21 जनवरी। लघु बांध के लिए घोडसोड़ा बिंजोली के मध्य भूमि के लिए स्थल तय हुआ है। नरवा गरवा योजना के तहत बिंजौली में 80 लाख से अधिक राशि का बनेगा लघु बांध बनेगा, जिससे दर्जनों किसानों की 150 एकड़ से अधिक कृषि भूमि सिंचित होगी। इससे साल में दो फसलें ले सकेंगे। डेम निर्माण की योजना से दोनों ग्राम के ग्रामीणों में उत्साह है।
माकड़ी परिक्षेत्र के आरएफ 246 एवं परिसर बिंजोली के आर एफ, 227 के मध्य नरवा विकास योजना अंतर्गत अर्दन डैम निर्माण के लिए ग्राम घोड़सोडा के ग्रामीणों द्वारा प्रस्तावित किया गया था। डैम निर्माण स्थल पर ग्राम बिंजौली के पुरशती रकबा 1.345 हेक्टेयर, सोमी रकबा 1.492 हेक्टेयर, रति 0.495 हेक्टेयर .हिडमो - 1.790 हेक्टेयर, गोबरू - 2.120 हेक्टेयर सहादेव मंगड़ू - 0.737 हेक्टेयर , महादेव मंगड़ू - 1.988 हेक्टेयर के द्वारा विगत 5 वर्षों से कब्जा किया गया है, जिन्हें वन अधिकार पत्र नहीं मिला है। वन विभाग द्वारा वन मंडल अधिकारी दक्षिण कोंडागांव के निर्देश पर सभी अतिक्रमकों को बेदखली की कार्रवाई प्रस्तावित है। इस कार्रवाई की घोडसोडा व बिजौंली दोनों गांव के ग्रामीणों ने समर्थन किया है।
डेम से किसानों को मिलेंगेे फायदे
अर्दन डैम निर्माण होने से 25 किसानों को लगभग 150 एकड़ में सिंचाई की सुविधा प्राप्त होगी तथा डेम निर्माण के पश्चात मछली पालन करके ग्रामीणों को आय प्राप्त होगा तथा वन्य प्राणियों को पीने के लिए पानी तथा ग्रामीणों को निस्तारित सुविधा भी मिलेगी। डेम निर्माण के संबंध में वन मंडल अधिकारी दक्षिण कोंडागांव उवमअ पूर्व कोंडागांव एवं परिक्षेत्र अधिकारी अमरावती के द्वारा दोनों ग्राम के ग्रामीणों का बैठक लेकर पुन: स्थल चयन किया गया। जिसमें दोनों ग्राम के सरपंच एवं ग्रामीण एवं परिक्षेत्र अमरावती के समस्त स्टाफ मौजूद रहे। डेम निर्माण होने से दोनों गांव के ग्रामीणों में आम सहमति बनी है। डेम निर्माण की योजना से दोनों ग्राम के ग्रामीणों में उत्साह है।
वन विभाग के एसडीओ ने बताया कि इस अर्दन डेम निर्माण कार्य में कुल 80 लाख की लागत लगेगी तथा चार हेक्टेयर की जमीन पर पानी भरेगा और 30 हजार क्यूबिक मीटर पानी का भंडारण होगा। जिससे लगभग 25 किसानों को फायदा मिलेगा। इन 25 किसानों की 150 एकड़ कृषि भूमि सीधे तौर पर सिंचिंत होगी। इसके अलावा उसके आसपास का इलाका 200 हेक्टेयर का लगभग 500 एकड का पूरा एरिया का जलस्तर भी बढ़ जायेगा जिसका लाभ आम लोगों को मिलेगा।