कोरिया
पुलिस ने पीडि़त की शिकायत तो ले ली, पावती नहीं दी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 23 जनवरी। प्रदेश के पूर्व श्रम मंत्री भईयालाल राजवाड़े अपने गृह ग्राम सरडी में कथित वायरल वीडियो में एक पान ठेला संचालक को पुलिस अधिकारी के सामने अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए धमकी देते नजर आ रहे हंै। मामले में संसदीय सचिव व बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर धमकी देने और अभद्र भाषा बोले जाने की कड़ी निंदा की है और कहा कि भाजपा का यह कृत्य सबके सामने आ चुका है, भाजपा के ऐसे नेता लोगों को बांटने का काम करते हैं। ऐसे बांटने वालों से लोगों को सावधान हो जाना चाहिए। मीडिया को मामले में पूर्व मंत्री भईयालाल राजवाड़े ने सफाई देते हुए कहा कि उसने मेरे भतीजे के साथ मारपीट की, इसलिए मैंने उसे गुस्से में आकर डांटा।
बांटने वालों की मैं निंदा करती हूं- संसदीय सचिव
पूर्व मंत्री द्वारा पान ठेले के संचालक के विवाद को लेकर बैकुंठपुर विधायक व संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव सामने आई हंै। उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि चरचा रेलवे स्टेशन में हुई, ये घटना भाजपा का असली चेहरा उजागर करता है। हमारे देश का संविधान ऐसी इजाजत नहीं देता कि देश में किसी भी राज्य में कही भी रहने वाले का बाहरी कहा जाए, ऐसा बोलने वाले भाजपा के पूर्व मंत्री बताएं कि क्या उनका संविधान अलग है। उनका संविधान किसके लिए है, चरचा में ज्यादातर कर्मी ऐसे हैं, जो बिहार के साथ अन्य प्रदेशों से यहां वर्षों से आकर काम कर रहे हंै, चरचा में एशिया का नंबर एक कोयले के उत्पादन में अहम भूमिका निभा रहे हंै।
संसदीय सचिव ने कहा कि भाजपा के पूर्व मंत्री द्वारा किए गए विवाद व अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए एक पान ठेले वाले को धमकी देने की मंै कड़ी निंदा करती हूं।
उन्होंने आगे कहा कि संविधान में सबको अधिकार मिला हुआ है। कोई भी देश के भीतर कही पर भी निवास कर सकता है और अपनी पसंद का व्यवसाय करने के लिए उसे संवैधानिक अधिकार है। ऐसे में भाजपा के पूर्व मंत्री द्वारा बिहार लौट जाने की बात लोगों को बांटने जैसी ह,ै ऐसे बांटने वाले लोगों की मंै निंदा करती हूं। भाजपा के लोग हर किसी को बांटने का काम करते हैं। ये अपना कार्यालय बताएं, जहां से लोगों को ये सर्टिफिकेट बांट रहे है कि कोरिया में रहना है कि या नहीं।
शिकायत पर नहीं दी पावती
जानकारी के अनुसार पान ठेला संचालक के द्वारा पूर्व मंत्री द्वारा अभद्र भाषा व धमकी के मामले में पीडि़त ने चरचा थाने में लिखित शिकायत दी। जिस पर पीडि़त की शिकायत तो ले ली गई, लेकिन दी गयी शिकायत की पावती पीडि़त को नहीं दी गयी। संतुष्टि के लिए पीडि़त के आवेदन तो ले लिया गया, पर नियमानुसार पावती नहीं दी गयी, ऐसे में समझा जा सकता है कि पुलिस क्या इस मामले में कार्रवाई निष्पक्ष करेगी, वहीं शिकायतकर्ता के पास इस बात का कोई सबूत भी नहीं है कि उसने मामले की शिकायत की है। यदि पीडि़त की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो पीडि़त उच्च अधिकारियों के पास सबूत के साथ शिकायत कैसे कर पायेगा।
चरचा टीआई नजर आए वीडियो में
वीडियो में दिखाई दे रहे चरचा टीआई द्वारा मामले को शांत करने हस्तक्षेप नहीं किया, बल्कि जब पूर्व मंत्री के समर्थन में बोलते नजर आये। इस दौरान टीआई कुछ लोगों को सुबह थाने बुलाने की बात कहते दिखते हंै और इसी दौरान यह बात सामने आती हंै कि कुछ लोगों ने ठेले में आग लगाने की बात संचालक कहता है, तब टीआई का कहना है कि आग लगाने की बात भर किये है, आग थोड़े लगाये है। इस कथन से समझा जा सकता है कि टीआई भी गाली गलौज करने वाले मंत्री के समर्थन में खड़े नजर जाये।