दुर्ग
मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग,23 जनवरी। विधायक एवं स्टेट वेयरहाऊस कार्पोरेशन के अध्यक्ष अरूण वोरा ने आज जिले के गोदामों का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्था से रूबरू होते हुए मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराए जाने के निर्देश स्थानीय अधिकारियों को दिए हैं। श्री वोरा ने स्पष्ट कहा कि चावल भंडारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
मिली जानकारी के अनुसार अरूण वोरा लगातार प्रदेश के दौरे पर हैं। वे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण कर रहे हैं। आज वे डोंगरगढ़ स्थित 10,800 मैट्रिक टन वाले गोदाम का निरीक्षण किया। यहां पर चावल भंडारण के स्थिति की जानकारी ली। चावल के नमी को खुद देखा। भारतीय खाद्य निगम द्वारा किए जा रहे चावल भंंडारण को लेकर अधिकारियों से विस्तृत जानकारी भी ली है। श्री वोरा ने अपने निरीक्षण के दौरान गोडाउन की सुरक्षा से लेकर दवाईयों की उपलब्धता एवं रख-रखाव की भी विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने डोंगरगढ़ में श्रमिकों के लिए बाथरूम सहित सामने लाई गई अन्य समस्याओं का त्वरित रूप से दूर किए जाने के निर्देश दिए। मार्कफेड के एमडी भुवनेश यादव को भी यह निर्देश दिए कि श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। इसके बाद वेयरहाऊस कार्पोरेशन के चेयरमेन ने मंडी स्थित गोडाऊन का निरीक्षण किया।
यहां पर 57 हजार मैट्रिक टन चावल भंडारण की क्षमता है। निरीक्षण के दौरान यह बात सामने आई कि भारतीय खाद्य निगम ने पिछले साल रखे गए चावल का अभी तक उठाव नहीं किया है। जिसके कारण अब इस वर्ष चावल भंडारण में दिक्कत आ रही है। जबकि केन्द्र सरकार अभी उसना चावल ले भी नहीं रही है। श्री वोरा ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि श्रमिकों को मूलभूत सुविधाएं यहां पर उपलब्ध हो, यह सुनिश्चित होना चाहिए। श्रमिकों के ठहरने की व्यवस्था और बाथरूम नहीं होने की बात सामने आई है। जिसका प्रस्ताव तैयार कर निर्माण कार्य कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं। श्री वोरा ने अधिकारियों को पूरी लगन और मेहनत के साथ कार्य किए जाने के लिए कहा है।
स्टेट वेयर हाऊस कार्पोरेशन के चेयनमेन अरूण वोरा ने बताया कि मु यमंत्री भूपेश बघेल के मंशा अनुरूप एवं मार्गदर्शन में मध्य भारत का सबसे बड़ा फूड टेस्टिंग लैब नया रायपुर में बनेगा। 14 करोड़ रुपए की लागत से इस लैब के निर्माण की तैयारी है। उन्होंने बताया कि पहले 19 लाख मैट्रिक टन गोदाम की क्षमता थी। उनके कार्यकाल में 4 लाख मैट्रिक टन गोदाम का और निर्माण कर क्षमता में विस्तार किया गया है। आधुनिक एवं वैज्ञानिक तरीके से नये गोदाम का निर्माण कार्य चल रहा है।