रायपुर

चिटफंड में पूंजी गंवाने वालों की तहसील में बन रही सूची, पैसा थाने से ही मिलेगा
23-Jan-2022 4:46 PM
चिटफंड में पूंजी गंवाने वालों की तहसील में बन रही सूची, पैसा थाने से ही मिलेगा

जिला प्रशासन के पास रायपुर जिले में ही आवेदन तीन लाख से ज्यादा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 23 जनवरी।
प्रदेश में चिटफंड कारोबार कंपनियों में पंूजी गंवाने वाले निवेशकों को अब थानों से राहत मिलेगी। जिला प्रशासन ने तहसीलों में पहुंची अर्जियां पुलिस के पास भेजने फैसला किया है। अर्जियां देने वालों की सूची बनाकर उनके दस्तावेज पुलिस को भेजे जाएंगे। इसके लिए रायपुर तहसील में सूची बनाने की कवायद तेजी से है। यहां 1 लाख 90 हजार हितग्राहियों की सूची बनी है। बाकी दूसरे तहसीलों से भी निवेशकों के दस्तावेज जुटाकर उनकी सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं। जिले में तीन लाख से ज्यादा आवेदन तहसील कार्यालयों में पहुंचे है। हाल ही में जिला प्रशासन ने बीएन गोल्ड कंपनी की संपत्ति कुर्क कर नीलामी की प्रक्रिया पूरी की थी। नीलामी से प्राप्त आय को 2016 में रजिस्टर्ड धोखाधड़ी के मामले में निवेशकों के लिए राशि आवंटित करने की प्रक्रिया भी शुरू की। तहसील में एक अधिकारी ने बताया, राज्य शासन की ओर से तय किए गए नियमों के मुताबिक अलग-अलग अनुपात में प्राप्त आय का आवंटन किया जा सकेगा। संपत्ति कुर्क होने के बाद इसमें थोड़ा वक्त लगेगा।

गौरतलब है कि तीन महीने पहले राज्य शासन के सख्त निर्देश के बाद चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई फिर से शुरू हुई है। निवेशकों को राहत देने के लिए निवेश की गई राशि का हिसाब-किताब जुटाने के लिए उनसे आवेदन मंगाए गए। रायपुर तहसील में बड़ी संख्या में निवेशकों ने आवेदन दिया। तहसील पहुंचे आवेदनों में चिटफंड कंपनियों की संख्या 20 से ज्यादा है। प्रदेश में राज्य शासन की ओर से 26 कंपनियों को ब्लेक लिस्टेड किया गया है। स्पीक एशिया, बीएन गोल्ड, यूनीपेटूयू, रायल विजन केयर जैसी तमाम बड़ी कंपनियों ने रायपुर समेत प्रदेशभर में ठगी का कारोबार किया है। स्पीक एशिया कंपनी ने प्रदेश में मोटी कमाई करने के बाद विदेश में निवेश किए हैं। एसडीएम देवेंद्र पटेल ने बताया, तहसील में सूची बनाया जा रहा है, जिसे जिला मुख्यालय भेज दिया  जाएगा। यहां से फाइलें थानों को भेजी जाएगी।

अकेले बीएन गोल्ड के लिए हजारों दावेदार
प्रदेशभर में चिटफंड कारोबार करने वाली बीएन गोल्ड कंपनी के विरूद्ध आवेदन देने वालों की संख्या हजारों में है। रायपुर तहसील में ही इस कंपनी के खिलाफ तीन हजार लोग दस्तावेज लेकर अपनी दावेदारी पेश की है। नीलामी की प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद रकम वापसी के लिए सूची बनाने का काम शुरू हो गया है। जमीन खरीदने वालों को एक महीने का वक्त दिया गया है।

96 लाख की जमीन पर मिली बड़ी रकम
अमलीडीह स्थित बीएन गोल्ड की संपत्ति/भूमि खसरा नंबर 191/21 रकबा 0.324हे. भूमि का सरकारी ऑफसेट मूल्य 96 लाख 39 हजार रूपये था, जिसे नीलामी के बाद 3 करोड़ 84 लाख रूपये में बोली लगाकर खरीदा। किसी चिटफंड कंपनी से प्राप्त होने वाली राशि में यह बड़ी रकम है। कुर्क की गई दूसरी संपत्ति में खसरा नंबर 190/14 रकबा 0.011हे. सरकारी ऑफसेट मूल्य 9 लाख 62 हजार 500 रूपये था. जिसे नीलामी के बाद 9 लाख 63 हजार 500 रूपये में बेचा गया। इसी तरह से दूसरी प्रापर्टी में खसरा नंबर 190/06 रकबा 0.022हे. भूमि को नीलाम कर यहां से भी 21 लाख रुपये वसूले गए।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news