बालोद
एकलौता बेटा था, बहन की बारात भी रुकी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 24 जनवरी। बालोद जिले के लाटाबोड़ में एक दूल्हा अपनी दुल्हन के साथ घर की दहलीज तक खुशियां लेकर पहुंचा, लेकिन कुछ देेर में ही खुशियां मातम में बदल गई। तडक़े साढ़े 4 बजे दूल्हा शादी कर लौटा, कुछ देर में उसकी तबीयत बिगड़ी। आनन-फानन में बालोद शहर के एक निजी अस्पताल में उन्हें लाया गया, जहां डॉक्टरों ने नवविवाहित दूल्हे को मृत घोषित कर दिया। इसी दिन दूल्हे की एक बहन की बारात भी आने वाली थी। मौत के बाद बारात को रोक दिया गया है। पूरा परिवार सदमे में है।
बालोद ब्लॉक अंतर्गत लाटाबोड़ निवासी छगन लाल पिता बंशी लाल साहू धमतरी जिले के ग्राम रांवा से राधा पिता पदम लाल साहू के साथ शनिवार को विवाह संपन्न हुआ। दूसरे दिन जैसे ही बारात से दुल्हन को साथ लेकर दूल्हा अपने घर की दहलीज तक पहुंची तो खुशियां मातम में बदल गई।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार यहां ग्राम लाटाबोड़ में बारात रविवार तडक़े 4.30 बजे वापस पहुंचा, फिर वहां दूल्हे की तबीयत अचानक बिगडऩे लगी, जिसके बाद पूरा परिवार दूल्हे की देख रेख में लगे रहे। आनन-फानन में बालोद शहर के एक निजी अस्पताल में उन्हें लाया गया। डॉक्टरों ने नवविवाहित दूल्हे को मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने बताया कि छगन इकलौता पुत्र था और उसकी चार बहनें हैं। इस घटना के बाद से पूरा परिवार सदमे में है। इसी दिन उसकी एक बहन का बारात भी धनेली से आने वाली थी। छगन की मौत के बाद से बारात को रोक दिया गया।