राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 जनवरी शासकीय कमला देवी राठी महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय राजनांदगांव के राजनीति विज्ञान विभाग में प्रभारी प्राचार्य डॉ. एमएल साव के मार्गदर्शन में सुभाषचंद्र बोस की 125वीं जयंती ऑनलाइन मनाई गई।
इस अवसर पर बीए तीन की छात्रा सोनाली देवांगन ने बताया कि सुभाषचंद्र बोस ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत देश में चल रहे असहयोग आंदोलन से की। सुभाष चंद्र बोस क्रांतिकारी विचारों के व्यक्ति थे। उनके अंदर असीम साहस अनूठे शौर्य और अनूठी संकल्प शक्ति का अनंत प्रवाह मौजूद था। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान उन्हें ग्यारह बार जेल जाना पड़ा, पर वे अपने फौलादी इरादो से कभी भी टस से मस नहीं हुए। उन्होंने कांग्रेस से अलग होने के बाद मई 1939 में फारवर्ड ब्लॉक नामक एक नए राजनीतिक दल स्थापना की। इसके अंतर्गत उनके विचार साम्राज्यवाद राज्य, आर्थिक विकास के वैज्ञानिक तरीके, अंतकरण की स्वतंत्रता, समान अधिकार पर ध्यान केन्द्रित किया।
बीए भाग तीन की छाया समुन सोनी ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जन्म दिवस से संबंधित प्रेरक कविता प्रस्तुत की । बीए भाग की संजना मिंज ने आजाद हिंद फौज के निर्माण पर प्रकाश डाला। सुभाषचंद्र बोस ने 1943 में आजाद हिंद फौज बनाई। इससे उनकी संगठन शक्ति का परिचय मिला। आपने तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दंूगा का नारा दिया। इससे भारतीयों के मन में देश भक्ति की भावना और बलवान होती थी।
राजनीति विज्ञान विभाग की आबेदा बेगम ने बताया कि सुभाषचंद्र बोस ने 1922 में उत्तर बंगाल के बाद पीडि़तो की अद्भूत सहायता करके अपने कौशल का परिचय दिया। कार्यक्रम में छात्राएं ऑनलाइन उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन आबेदा बेगम विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान ने किया ।