नारायणपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 18 फरवरी। नारायणपुर जि़ले के ओरछा विकासखंड में कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी ने स्वयं जनदर्शन लगाया। उसी दौरान नारायणपुर विकासखंड से 75 किलोमीटर दूर हितुलवाड में उनके निर्देश पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बी. आर. पुजारी के मार्ग दर्शन में नारायणपुर स्वास्थ्य विभाग का दल उप स्वास्थ्य केंद्र माढोनार के ग्राम हितुलवाड में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी का कहना है कि पड़ोसी भी अपने ही है। जिले के अंतिम लाभार्थी तक पहुँचने हेतु जि़ला प्रशासन प्रतिबंध है। इसके लिए सभी विभागों को कड़े निर्देश है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर से पड़ोसी जि़लों के मरीज़ों का भी उपचार जिले के लिए अच्छा संदेश है। स्वस्थ गाँव-स्वस्थ प्रदेश-स्वस्थ देश के संकल्पना इसी सेवा भाव से सार्थक हो सकता है।
नारायणपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर बी.आर. पुजारी ने कहा कि मलरिया कोरोना, टीबी, कुष्ठ जैसे अन्य संचारी बीमारियो पर नियंत्रण एवम् रोगथाम अंतर जि़ला समन्यवय तथा सहयोग से ही संभव है, जिले में इस प्रकार के प्रयाश निरंतर किये जायेंगे।
स्वास्थ्य दल की अगुवाई कर रहे खण्ड चिकित्सा अधिकारी एवम् जि़ला कुष्ठ अधिकारी डॉ. केशव साहू ने बताया कि हितुलवाड विकासखंड नारायणपुर का अतिसंवेदनशील एवम् सुदूर ग्राम है। पहुँचविहीन मार्ग होने की वजह से ग्रामीणों का गंभीर बीमारियों से ग्रसित होने की स्थिति में जिला मुख्यालय तक पहुँच पाना कठिन होता है। वर्तमान में ही हितुलवाड एवं कोंडागाँव जिले के बेचा में सामान्य एवं जटिल बीमारी से ग्रसित मरीज़ों की सूचना मिलने पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, इस शिविर में कुष्ठ मलेरिया, दस्त, खुजली, मासिक चक्र में अनियमितता, गर्भवती जाँच, अनीमिया, कुपोषण, मानसिक रोग, ख़ासी, कैटरैक्ट, टेरेजियम, अस्थि रोग वाले मरीज़ों का उपचार-निदान किया गया।
इसके साथ ही विशिष्ट रोग से पीडि़त मरीज़ों को जिला मुख्यालय तक पहुंचने की व्यवस्था की गयी।
खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर केशव साहू बताया कि ग्रामीणों एवम् बेचा आरएचओ ममता के अनुसार स्वास्थ्य शिविर अन्य में चार जि़लों के अतिसंवेदनशील ग्रामों से मरीज़ आए जिनमें बीजापुर जि़ला के गोमटेर ,तूसवाल, कोंडागाँव जि़ला से कीलम-बेचा, बस्तर जि़ला के कारियामेटा और दंतेवाड़ा जिले के सालेपाल के लगभग 90 ग्रामीण स्वास्थ्य परीक्षण से लाभान्वित हुए। आरएमए विरेंद्र कनोज्जे, लवलेश पाण्डे, बीईटीओ श्री राणा, मितानिन समन्वयक शंतराम उसेंडी, आरएचओ तुलसी राम दुग्गा, रेखा कुंजाम, अशोक मितनिन ट्रेनर, साथी संस्था हितुलवाड एवम् बेचा के मितनिन का सराहनीय सहयोग रहा।