नारायणपुर
विधायक ने माता मावली मेला का किया शुभारंभ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 23 फरवरी। नारायणपुर जिले का ऐतिहासिक माता मावली मेला का शुभारंभ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक चंदन कश्यप ने आज माता के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर किया।
उन्होंने कहा कि बस्तर अंचल के लोगों का मड़ई-मेला लोक, कला और संस्कृति का संगम है। यह मेला जिले का ऐतिहासिक और ख्याति प्राप्त मड़ई-मेला है। स्थानीय लोगों के सगे-संबंधी दूर-दूर से यहां की लोक, कला, संस्कृति, रीति-रिवाज और परम्पराओं से रूबरू होने एवं देखने प्रति वर्ष यहां आते हैं।
श्री कश्यप ने कहा कि आज से 5 दिनों तक लोगों को और सैलानियों को इस मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक देखने को मिलेगी। उन्होंने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि माता के आशीर्वाद से जिले में चौतरफा विकास हो रहा है। शुभारंभ से पहले 84 परगना के देवी-देवता माता मावली मंदिर से आंग, डोली, छत्र सहित बैरक (झंडा) आदि लेकर मार्ग में परम्परा और रीति-रिवाज से नाच-गान, उछल-कूद करते हुए पूजा स्थल अड़मावली पहुंचे। इस मौके पर उनके साथ क्षेत्र के श्रद्धालुगण और स्थानीय लोग शामिल हुए।
जिपं अध्यक्ष श्यामबती नेताम ने जिलेवासियों को मेले की बधाई देते हुए कहा कि यह मेला अबूझमाड़ की संस्कृति और परम्पराओं का हिस्सा है। यह अच्छी बात है कि यहां के लोग पुरानी परम्पराओं को बनाये रखने और उसे संरक्षण दे रहे हैं। माता मावली मेला यहां के लोगों के लिए आस्था और श्रद्धा का केन्द्र है। दूर-दूर से लोग यहां आकर अपनी कलाओं का प्रदर्शन करते हैं और इस मेले से जरूरत के सामग्रियों का क्रय भी करते हैं। आप सभी मेले में आये और मेले का भरपूर आनंद उठाये। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता मांझी ने संबोधित करते हुए कहा कि जिले में आयोजित होने वाला ऐतिहासिक माता मावली मेला आदिवासीयों का मेला है, जिसे देखने दूर-दूर से आदिवासी संस्कृति के लोग आते हैं। जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री पंडीराम वड्डे ने कहा कि माता मावली मेला का इंतजार जिलेवासियों को सालभर रहता है। कोरोना के कारण मेला आयोजन में कुछ कठिनाईयां आ रही थी, लेकिन विधायक जी के की पहल से मेला आयोजन संभव हो पाया, जिसके लिए हम विधायक जी को धन्यावाद देते हैं। इसके अलावा कार्यक्रम को जनप्रतिनिधी श्री रजनू नेताम, श्री जेपी देवांगन और पार्षद श्री अमित भद्र ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर अबूझमाड़ विकास प्राधिकरण अध्यक्ष कमली लेकाम, प्रमोद नेलवाल, मालती नुरेटी, श्रीमती जोशी, डिप्टी कलेक्टर प्रदीप वैद्य, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास संजय चंदेल, जिला शिक्षा अधिकारी जीआर मंडावी, रविकांत ध्रुर्वे, के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
एसडीएम जितेन्द्र कुर्रे ने आभार व्यक्त किया। वहीं कार्यक्रम का संचालन शिक्षक नारायण प्रसाद साहू ने किया।