कांकेर
कांकेर, 3 मार्च। जिला मुख्यालय के सरंगपाल स्थित जेपी इंटरनेशनल स्कूल में कोविड गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करते हुए ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ धूमधाम से मनाया गया। ज्ञात हो यह दिवस हर साल 28 फरवरी को मनाया जाता है। देश के महान वैज्ञानिक डॉ चंद्रशेखर वेंकटरमन ने 28 फरवरी 1928 में अपनी खोज की घोषणा की थी। इसी खोज के लिए उन्हें 1930 में नोबेल पुरस्कार दिया गया था। इस ऐतिहासिक दिन को याद रखने हेतु और विज्ञान के प्रति लोगों खासकर बच्चों में रूचि बढ़ाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाई जाती है। सी वी रमन द्वारा किए गए खोज को रमन प्रभाव के नाम से भी जाना जाता है।
विद्यालय में इस दिवस को मनाने के लिए विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इस पूरे कार्यक्रम का संचालन विज्ञान विभाग के शिक्षक-शिक्षिका सुब्रत कर, पुतान सिंह ,विकास शर्मा एवं प्रज्ञा कृति द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत गायत्री मंत्र से की गई। तत्पश्चात विद्यालय के प्राचार्य महोदय श्री रितेश चौबे द्वारा डॉक्टर सीवी रमन के तैलचित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
इस कार्यक्रम में कक्षा तीसरी से कक्षा 12 वीं तक के विद्यार्थियों ने कई प्रकार के गतिविधियो का प्रदर्शन किया , जैसे राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के महत्व पर भाषण, पर्यावरण संरक्षण पर नुक्कड़ नाटक, आवर्ती सारणी गायन के द्वारा स्मरण, ‘अंधविश्वास को हटाए विज्ञान’ पर अनोखा नाटक एवं विज्ञान का जादू। तत्पश्चात इंस्पायर अवार्ड एवम् रमन पुरस्कार के लिए चुने हुए छात्रों ने अपनी परियोजना कार्य के विषय में दो शब्द कहें। अंत में विद्यालय के प्राचार्य रितेश चौबे जी ने इस साल के थीम सतत ‘भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण’ पर प्रकाश डालते हुए एवं विज्ञान का सभी के जीवन में महत्व बताते हुए सभी विद्यार्थियों और शिक्षक शिक्षिकाओं को इस सफल कार्यक्रम के लिये शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर विद्यालय में विज्ञान के 22 मॉडलों की प्रदर्शनी लगाई गई। छात्रों ने विभिन्न मॉडल जैसे प्रकाश का परावर्तन, कंकाल तंत्र, मानव शरीर के आंतरिक भाग, पारिस्थितिक तंत्र एवं पौधों के मॉडल बनाएँ।
साथ ही प्राथमिक कक्षा के छात्रो ने प्राचार्य महोदय की उपस्थिति में कई प्रकार के वृक्षारोपण भी किये।