नारायणपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नारायणपुर, 9 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयुष केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोहकामेटा जिला नारायणपुर द्वारा कुरूषनार में महिला स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. सत्येंद्र नाग के मार्गदर्शन में आंगनबाड़ी केंद्र में महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की गई।
आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीना खोबरागड़े ने बताया कि दुनिया भर में महिलाओं के खिलाफ हो रहे भेदभाव को खत्म करने के प्रयासों के लिए 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है, ताकि महिलाओं के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित किया जा सके।
उन्होंने उपस्थित महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि महिलाओं में अनियंत्रित जीवनशैली के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्या पैदा होती है, अत: महिलाओं को स्वयं के स्वास्थ्य पर पहले ध्यान देना चाहिए। जो महिला स्वयं स्वस्थ नहीं है, वह एक स्वस्थ समाज व परिवार का निर्माण नहीं कर सकती है। इसीलिए कम से कम 20 मिनट प्रतिदिन योगाभ्यास के लिए समय निकालकर नियमित रूप से ध्यान, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार आदि अवश्य करें।
उससे भी महत्वपूर्ण आपका आहार है, खानपान पर विशेष ध्यान रखें, अपने स्वास्थ्य की सही देखभाल कर स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं , इससे बीमारियों का खतरा कम होगा और महिलाओं का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा।
डॉ. बीना खोबरागड़े ने बताया कि बचपन में सही पोषण न मिलना, खून की कमी, गर्भावस्था व प्रसव के दौरान जटिलताएं, मासिक धर्म की अनियमितता एवं स्वच्छता का ध्यान रखना आदि कुछ महत्वपूर्ण कारण है जो महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं।
आयुष विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित स्वास्थ्य जागरूकता शिविर में प्रमुख रूप से ग्राम सरपंच कमली पोटाई, बुधराम सनोती, डॉ. बीना खोबरागड़े , डॉ. राधा रानी डे, एएनएम चंद्रकिरण नाग, कमलेश करंगा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कांति पात्र सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।