सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 25 मार्च। सुकमा जिले के चिंतागुफा सुरक्षाकैंप के अंदर नक्सल मोर्चे पर तैनात सीआरपीएफ के 28 जवान फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। सीआरपीएफ के फील्ड हॉस्पिटल में उपचार के बाद सभी स्वस्थ हैं।
मामला चिंतागुफा थानाक्षेत्र के सीआरपीएफ 150वीं बटालियन के सी कंपनी का है, जहां कल दोपहर के खाने के बाद कई जवानों में तबीयत बिगडऩे की शिकायतें सामने आने लगी। धीरे-धीरे यह आंकड़ा बढ़ता चला गया और करीब 28 जवान बीमार पड़ गए। मामला सामने आने के बाद जांच में फूड प्वाइजनिंग पाया गया। इसके बाद उन्हें फील्ड हॉस्पिटल में हॉस्पिटलाइज किया गया। कुछ ही घंटों में 16 जवानों को उपचार कर डिस्चार्ज कर दिया गया और 12 जवान भी फिलहाल सीआरपीएफ के फिल्ड हॉस्पिटल में उपचार करवा रहे हैं।
फिलहाल फूड प्वाइजनिंग का कारण पुराने सरसों के तेल का खाने में उपयोग करना संभावित बताया जा रहा है, हालांकि बटालियन के कमांडेंट राजेश यादव ने इस पूरे मामले पर जांच के निर्देश दिए हैं, ताकि किसी तरह की लापरवाही आगे न हो।
‘छत्तीसगढ़’ ने कमांडेंट राजेश यादव से फोन पर बात की जिस पर उन्होंने बताया कि कल दोपहर का यह पूरा मामला है, जहां फूड पॉइजनिंग के शिकार 28 जवान हुए, जिनमें 16 जवान कुछ ही देर में डिस्चार्ज कर लिए गए, अन्य 12 जवान भी आज दोपहर तक स्वस्थ कर डिस्चार्ज कर दिए जाएंगे। मेस में एक ही प्रकार के डिब्बे रखे हुए थे, इनमें से एक डिब्बे में पुराना सरसों का तेल अलग कर दिया गया था, लेकिन मेस के कर्मियों में से किसी ने धोखे से डिब्बे एक जगह कर दिए, इस वजह से खाना बनाते वक्त रसोईये से धोखा हो गया। हालांकि इस तरह की लापरवाही दोबारा न दोहराई जाए, इसके लिए जांच के निर्देश दिए गए हैं ।