दन्तेवाड़ा
एनएमडीसी ने की श्रमिक संघों से भाग न लेने की अपील
बचेली, 27 मार्च। केन्द्र सरकार की जन व मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ 28 व 29 मार्च को दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल होगा। जिसमें दंतेवाड़ा जिला के एनएमडीसी परियोजना में सक्रिय दो श्रमिक संघ मेटल माईन्स वर्कर्स यूनियन इंटक एवं संयुक्त खदान मजदूर संघ भी हड़ताल करेगी। जिस पर एनएमडीसी प्रबंधन ने हड़ताल में भाग ने लेने की अपील की है।
मुख्यालय हैदराबाद से कार्मिक एवं विधि विभाग के अधिशासी निदेशक के प्रवीण कुमार द्वारा जारी अपील नोटिस में कहा गया है कि एनएमडीसी में कार्यरत यूनियनों के द्वारा यह सूचित किया गया है कि वे मुख्य रूप से भारत सरकार से संबंधित नीतिगत मामलों पर आईडी अधिनियम 1947 के प्रावधानों के अनुसार दो दिवसीय हड़ताल रखेंगे।
एनएमडीसी में कार्यरत यूनियनों के द्वारा यह सूचित किया गया है कि वे मुख्य रूप से भारत सरकार से संबंधित नीतिगत मामलों पर आईडी अधिनियम, 1947 के प्रावधानों के अनुसार 28.03.2022 (सोमवार) और 29.03.2022 (मंगलवार) को दो दिवसीय हड़ताल रखेंगे।
सभी कर्मचारियों को ज्ञात है कि अगले कुछ दिनों में वित्तीय वर्ष समाप्त होने जा रहा है और सभी उत्पादन इकाइयां उत्पादन गतिविधियों को गंभीरतापूर्वक कर रही हैं ताकि इस वर्ष के लिए निर्धारित उत्पादन लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। हमारी उत्पादन परियोजनाएं सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्थित होने के कारण वर्ष के दौरान पहले से ही विभिन्न बाह्य कारणोंवश उत्पादन और प्रेषण में कई रुकावटों का सामना कर चुकी हैं जो कि हमारे नियंत्रण से बाहर हैं।
ऐसे समय में प्रस्तावित आम हड़ताल न केवल उत्पादन और प्रेषण को प्रभावित करेगी बल्कि उक्त हड़ताल में भाग लेने वाले कर्मचारियों के मजदूरी को भी प्रभावित करेगी। चूंकि वित्त वर्ष 2021-22 के समाप्त होने में कुछ दिन बचे हैं, और हम उत्पादन और प्रेषण में ऐतिहासिक बेंचमार्क हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं जिससे कि हमारी कंपनी को नई ऊंचाईयाँ प्राप्त होगी। दो दिनों की प्रस्तावित हड़ताल से हमारे उत्पादन में बड़ी बाधा आएगी जिसकी भरपाई नहीं की जा सकती है।
सभी कर्मचारियों को यह जानकारी दी जाती है कि मामला कन्सीलियेशन हेतु संबंधित प्राधिकारियों के समक्ष पहले से ही विचाराधीन है। प्रस्तावित दो दिवसीय हड़ताल न केवल हमारे उत्पादन में बाधा पहुँचाएगी और हमारी उत्पादन योजना पर प्रभाव पड़ेगा अपितु इससे सौहार्दपूर्ण वातावरण भी कमजोर होगा। इसके अतिरिक्त, हड़ताल में भाग लेने वाले कर्मचारी वैधानिक प्रावधानों के अनुसार कटौती के अलावा च्काम नहीं- मजदूरी नहीं सिद्धांत पर मजदूरी के भुगतान के लिए पात्र नहीं होंगे। अत: वित्तीय वर्ष के समापन के अंतिम बचे दो दिन तथा चालू वर्ष के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए एनएमडीसी प्रबंधन सभी कर्मचारियों से अपील करता है कि कंपनी के समग्र हित में 28.03.2022 (सोमवार) और 29.03.2022 (मंगलवार) को प्रस्तावित दो दिवसीय हड़ताल में भाग न लें। आइए हम सभी मिलकर एनएमडीसी के उत्पादन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक बेंचमार्क स्थापित करें।