बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 16 अप्रैल। भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 131वीं जयंती छत्तीसगढ़ बौद्ध समाज दल्ली राजहरा, पुराना बाजार के डॉ. आंबेडकर सांस्कृतिक भवन,पुराना बाजार में श्री फेरूलाल बाम्बेश्वर की अध्यक्षता में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री अनिला भेंडिया एवं संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद ने डॉ .बाबासाहेब आंबेडकर के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर जयंती समारोह का शुभारंभ किया।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजकुमार भोयर ने स्वागत भाषण देते हुए समाज की गतिविधियों को विस्तार से बताया।
मुख्य अतिथि अनिला भेडिय़ा ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर कठिन संघर्ष करके इस देश के शोषित समाज को आगे लाया है। भारतीय संविधान में समाज के सभी वर्गों के अधिकारों का संरक्षण किया है आज इसी का परिणाम है कि सभी क्षेत्रों में अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लोग बड़ी संख्या में समाज का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
संसदीय सचिव एवं गुंडरदेही के विधायक कुंवर सिंह निषाद ने कहा कि डॉ.अंबेडकर जी का जीवन दर्शन हर समाज के लिए आदर्श एवं अनुकरणीय है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रप्रभा सुधाकर ने कहा कि बाबासाहेब सामाजिक समरसता के अग्रदूत थे। तत्कालीन सामाजिक व्यवस्था के खिलाफ उनके संघर्ष ने उन्हें जननायक के रूप में स्थापित किया।
प्रमुख वक्ता के रूप में उपस्थित गोवर्धन ठाकुर पुलिस अधीक्षक बालोद एवं प्रज्ञा मेश्राम उप पुलिस अधीक्षक बालोद ने बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा किए गए कार्यों एवं राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को याद किया।
बौद्ध महासंघ छत्तीसगढ़ के संयोजक अनिल खोबरागड़े ने कहा कि दलितों के मसीहा, महान कानून विद , शिक्षा संगठन और संघर्ष का मूल मंत्र देने वाले बोधिसत्व डॉ बाबासाहेब आंबेडकर को राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान एवं नए भारत के निर्माण के लिए सदैव याद किया जाएगा । इनके अतिरिक्त जीएस खोबरागड़े , संगीता नायर, गुलाब मेश्राम नेवी अपने विचार व्यक्त किए।
बौद्ध समाज के पूर्व अध्यक्षों जी. एस. खोबरागड़े एवं डॉ. जी. डी. गजभिए को दल्ली राजहरा में बौद्ध समाज को संगठित कर मुख्यधारा में लाने, समाज के बीच शिक्षा का व्यापक प्रचार प्रसार करने एवं सामाजिक भवनों के निर्माण में किए गए अमूल्य योगदान के लिए मुख्य अतिथि अनिला भेडिय़ा एवं कुंवर सिंह निषाद ने स्मृति चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया।
अंचल के वरिष्ठ समाजसेवी स्वर्गीय शिवदास काम्बले की स्मृति में उनके पुत्रों सतीश कांबले एवं सुमेध कांबले ने छत्तीसगढ़ बौद्ध समाज को बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा भेंट की जिसका महिला एवं समाज कल्याण मंत्री अनिला भेडिय़ा ने लोकार्पण किया।
छत्तीसगढ़ बौद्ध समाज द्वारा समस्त अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कार्यक्रम का संचालन रिखी राम मोटघरे एवं आभार प्रदर्शन हितेश मेश्राम ने किया। अंबेडकर जयंती पर प्रात: काल छत्तीसगढ़ बौद्ध समाज के अध्यक्ष फेरूलाल बांम्बेश्वर एवं छत्तीसगढ़ बौद्ध महिला मंडल की अध्यक्षा शशि चुनारकर ने डॉक्टर अंबेडकर संस्कृतिक भवन एवं डॉ आंबेडकर शिशु मंदिर में ध्वजारोहण किया इसके पश्चात समस्त बौद्ध उपासकों ने त्रिशरण पंचशील का पाठ किया ।
अंबेडकर जयंती समारोह में प्रमुख रूप से रतीराम कोसमा ,रवि जायसवाल, विवेक मसीह, रामजतन भारद्वाज ,के ईश्वर राव ,संतोष पांडे, जेबा कुरैशी, विल्सन मेथ्यू,सोहन खडसे ,पवन मेश्राम,जैनेंद्र श्रीरंगे ,पवन खोबरागड़े, मुकुंद उके, रवि बारसागढे ,बंटी रंगारी,ऋषि अलमोरे, प्रवीण मेश्राम, मुन्ना सहारे, सुधीर रंगारी, अनिल मेश्राम, सीमा अलमोरे, प्रतिमा खोबरागडे, निर्मला उके,नंदा खोबरागड़े, निखिल जयवंते, डोमेंद्र चुनारकर, विनोद रामटेके, राहुल रामटेके, भूपेश सहारे,अनाम अहमद, नितिन लूल्ला, अजय बघेल आदि उपस्थित थे।