बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 18 अप्रैल। सर्व पिछडा वर्ग समाज ब्लॉक इकाई डौंडी द्वारा अपनी सात सूत्रीय मांगो को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल व छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री के नाम अनुविभागीय दंडा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
सर्व पिछडा वर्ग समाज के हजारों की संख्या में महिलाएं, पुरुष व युवा डौंडी के बस स्टैंड से रैली निकाली गई जो मथाई चौक पहुंचकर सभा के रुप में परिवतित हो गई। उसके पश्चात समाज के लोगो ने अपनी मांगो के संदर्भ मे एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
सौंपें गए ज्ञापन में उन्होंने बताया कि अन्य पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत की सभी जाति जो सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक रुप से दलित, पिछड़े व शोषित है। जिन्हें संविधान में वणित प्रावधानों के तहत विभिन्न प्रकार के आरक्षण दिये गए हैं। जो न केवल छत्तीसगढ़ मे बल्कि पूरे भारत देश मे सुचारू रुप से लागू नहीं हो पाया है। जिसके कारण संपूर्ण ओबीसी समाज शोषित, दलित व अपने विकास के हर क्षेत्र में पिछडे है। जिनके सावांगिण विकास के लिए सर्व पिछड़ा वर्ग समाज ब्लॉक इकाई डौंडी की ओर से अपनी मांगे शासन प्रशासन के समक्ष रखती है।
जिसमें राष्ट्रीय जनजागरण 2021 के जनजागरण फार्मेट के कांलम नंबर 13 में ओबीसी के लिए कोड नंबर 03 पृथक से जोड़ा जाए। छत्तीसगढ़ राज्य मे पिछडा वर्ग की 52 प्रतिशत आबादी के आधार पर 27 प्रतिशत आरक्षण दिया जाये। मंडल महाजन कमीशन की अनुशंसाओ को पूंणत: लागू किया जाए।
अनुसूचित क्षेत्र में निवासरत पिछड़ा वर्ग के प्रत्येक समाज को जो कि परंपरागत वनवासी है, उन्हें पांचवी अनुसूची में शामिल की जाये।
अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में अन्य पिछड़ा वर्ग की संख्या के आधार पर उस क्षेत्र में पिछडा वर्ग को आरक्षण देते हुए पंच, सरपंच, जनपद सदस्य व जिला पंचायत सदस्य के पद पर प्रतिनिधित्व का अवसर दिया जिए।
ओबीसी छात्र, छात्राओं की छात्रवृत्ति के लिए क्रिमीलेयर शत प्रतिशत हटाई जाए। छत्तीसगढ़ राज्य पिछडा वर्ग कल्याण की स्वतंत्र मंत्रालय की स्थापना की जाए। सर्व पिछडा वर्ग समाज के आग्रह पर डौंडी के व्यापारियों ने भी अपना समर्थन देते हुए अपनी दुकानें बंद रखी। आयोजित सभा को समाज के पदाधिकारियों ने संबोधित किया। इस दौरान ओबीसी महासभा के अध्यक्ष छगन यदू, मंत्री प्रतिनिधि पीयूष सोनी, उपाध्यक्ष पुनीतराम सेन, कांशीराम निषाद, जीवन धनकर, तेजराम साहू, डोमन देवांगन सहित हजारों की संख्या मे ओबीसी समुदाय के लोग उपस्थित थे।