राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 अप्रैल। नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने प्रदेश युवा आयोग अध्यक्ष जितेंद्र मुदलियार के बयान पर कटाक्ष करते कहा कि एक लंबे समय बाद कांग्रेस नेता को एसी कमरे से बाहर आने की फुर्सत मिली है ऐसे में वाजिब है कि उन्हें असल में मोतीपुर स्थित रेलवे फाटक को लेकर किए गए प्रयासों और इससे जुड़े तथ्यों की जानकारी नहीं है। जिसके चलते ही वे बेतुके बयान दे रहे हैं।
श्री यदु ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि देशभर में रेलवे फाटक बंद किए जा रहे हैं। इसी क्रम में मोतीपुर रेलवे फाटक को बंद किया गया है। कांग्रेस नेताओं को इसकी जानकारी तब से ही जब इसे लेकर पत्राचार शुरु हुआ। अखबारों में खबर भी छपी। सवाल है कि आखिर उस समय कांग्रेस नेताओं ने क्या किया? वे असल संघर्ष के दौरान तो सामने ही नहीं आए और न ही इस मुद्दे से कोई वास्ता जताया। ये तब सामने आएं हैं, जब फाटक हमेशा के लिए बंद हो चुका है और अब इसका खुलना लगभग नामुमकिन है।
यदु ने बताया कि नागपुर रेल मंडल के डीआरएम ने जानकारी दी है कि मोतीपुर रेलवे फाटक को बंद किए जाने की एनओसी कलेक्टर और निगम ने ही दी है। अगर कांग्रेस सरकार चाहती तो मोतीपुर रेलवे फाटक को लेकर एनओसी जारी ही नहीं करती और यहां आवागमन अब भी शुरू रहता। कांग्रेस नेताओं ने इस मामले में कभी कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई और अब वे इसपर राजनीति की कोशिश कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि मोतीपुर रेलवे फाटक को जनवरी में ही बंद किए जाने की तैयारी थी। इस दौरान नागरिक समिति बनी और पूर्व मुख्यमंत्री व विधायक डॉ. रमन सिंह से उनकी चर्चा भी हुई। डॉ. सिंह ने उस दौरान ही डीआरएम से फोन पर वार्तालाप किया था। इसके बाद मार्च के आखिर में रेलवे ने मोतीपुर फाटक बंद कर दिया। सांसद-विधायक के प्रयास से ही नागरिक समिति को डीआरएम से मुलाकात का समय मिला।
पिछले हफ्ते ही मोतीपुर रेलवे फाटक खुलवाने की मांग को लेकर नागरिक समिति ने नागपुर में डीआरएम के सामने अपना पक्ष रखा है।
उन्होंने कहा कि तुलसीपुर वार्ड में उपचुनाव के दौरान भी कांग्रेस ने यही हथकंडा अपनाया था। उस दौरान कांग्रेस नेता वार्ड में यह कहते फिर रहे थे कि प्रदेश में हमारी सरकार है। हमारे मुख्यमंत्री के रहते मोतीपुर रेलवे फाटक कभी बंद नहीं होगा। उनके दावों की पोल अब खुल चुकी है। इन्होंने खुद रेलवे फाटक बंद न किए जाने को लेकर कभी कोई प्रयास नहीं किया और अब बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं। कांग्रेसी नेता प्रभावितों से झूठी हमदर्दी दिखा रहे हैं।