राजनांदगांव
भाजपा के 15 दिन की मोहलत में फैसला वापस नहीं होने पर जेल भरो आंदोलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मई। प्रदेश सरकार द्वारा बिना अनुमति धरना प्रदर्शन किए जाने पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई किए जाने के निर्णय का पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कड़ा विरोध करते कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के इस निर्णय से स्व. इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकालीन दौर को दोहराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल के निर्णय से राज्य में इमरजेंसी के हालात पैदा किए जा रहे हैं। जिसका भाजपा खुलकर विरोध करेगी। पूर्व सीएम ने कहा कि 15 दिन के भीतर निर्णय को वापस नहीं लेने के बाद समूचे राज्य में भाजपा जेल भरो आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
स्थानीय भाजपा कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते डॉ. सिंह ने कहा कि लोकतांत्रितक तरीके से विरोध करना सभी का संवैधानिक अधिकार है। ऐसे में सरकार द्वारा आंदोलनों को दबाने के लिए अनुमति लेने की अनिवार्यता से साफ होता है कि प्रदेश में दबाव की राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के कार्यकाल में आपातकाल को सभी अब तक याद करते हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार के कांग्रेसी मुख्यमंत्री द्वारा फिर से रोक और चेतावनी देने का निर्णय का भाजपा खुलकर विरोध करेगी।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक संगठन, सामाजिक संगठन, सरकारी अधिकारी-कर्मचारी और अन्य यूनियन द्वारा अपनी मांग को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन पर पाबंदी लगाना यानी लोकतंत्र की अहमियत को खत्म करने जैसा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह काला अध्याय है,जिसे भाजपा आम लोगों के हित में संघर्ष करते लड़ाई करेगी।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक आयोजनों पर रोक लगाना एक अनुचित फैसला है। उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए शांतिपूर्वक तरीके से हो रहे आंदोलन भी जरूरी है। इससे दमनकारी सोच का खात्मा होता है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन करने के निर्णय ने सरकार की दमनात्मक सोच को उजागर किया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तुगलकी आदेश को वापस नहीं लेने से भाजपा हर ब्लॉक और मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी और जेल भरो आंदोलन की शुरूआत करेगी। पत्रकारवार्ता में वरिष्ठ नेता खूबचंद पारख, जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव, सचिन बघेल, राजेन्द्र गोलछा, पूर्व विधायक रामजी भारती, पवन मेश्राम, विष्णुदत्त शर्मा समेत अन्य लोग शामिल थे।