बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 2 मई। जिले के तुएगोंदी में दो पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी और लाठीठंडे से मारपीट हुई है। घटना में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं, जिसमें कुछ लोग अस्पताल में भर्ती हैं। साथ ही कुछ लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
जिले के डौंडीलोहारा ब्लॉक में स्थित पाटेश्वर धाम के प्रमुख मंदिर पहाड़ी पर स्थित पाट पर बली दिए जाने से बवाल मच गया है। तूएगोंदी के स्थानीय ग्रामीणों द्वारा यहां पर देवी देवता रुष्ट होने की बात कहकर बकरा, बकरी, मुर्गा, मुर्गी की बलि देने की बात सामने आई है। संत राम बालक दास का कहना है कि यहां बलि पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बाद भी कुछ लोग द्वारा धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए ऐसा कर रहे हैं और जब हमने मामले की जानकारी शासन प्रशासन को दी तो किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। नतीजा मारपीट व बलवा की नौबत आ गई।
पुलिस इस संवेदनशील मामले की दोनों पक्षों से जांच में जुटी हुई है। आक्रोशित ग्रामीण लोहारा थाने भी पहुंचे थे। पुलिस की कार्रवाई की तो फिलहाल स्थानीय ग्रामीणों की शिकायत पर बाहर से आकर मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ मारपीट और बलवा की धारा के तहत कार्रवाई करते एफआईआर दर्ज किया गया है।
मामले में एसपी जीआर ठाकुर का कहना है कि ग्रामीण अपने देवस्थल में आस्थावश बलि तो देते ही हैं। छत्तीसगढ़ में अंगारमोती, चंद्रहासिनी सहित कई मंदिर इसके उदाहरण है। ऐसे में पाटेश्वर धाम में पूजा पाठ करने पहुंचे लोगों पर बाहर से आकर लोगों ने जो मारपीट की और जो बवाल मचा है, इस पर शिकायत आने पर कार्रवाई की जा रही है। मारपीट, पथराव करने वालों के खिलाफ बलवा का केस दर्ज किया गया।