गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 4 मई। विप्रकुल ब्राम्हण समाज द्वारा भगवान परशुराम की जयंती बहुत ही धूमधाम और पूरे उत्साह के साथ मनाई गई। इस अवसर पर रायपुर रोड स्थित विप्र भवन में ब्राम्हण समाज द्वारा भगवान परशुराम की पूजा-अर्चना और आरती कर आशीर्वाद के रूप में पूरे छत्तीसगढ़ सहित नवापारा-राजिम शहर की खुशहाली, सुख, समृद्धि एवं शांति की मंगलकामना किया गया। मौके पर नगरपालिका परिषद के नेता प्रतिपक्ष प्रसन्न शर्मा ने कहा कि बैसाख शुक्ल पक्ष के तृतीया को जन्म से ब्राम्हण, कर्म से क्षत्रिय भृगुवंशीय परशुराम का जन्म हुआ था। इसी कारण अक्षय तृतीया को पूरे देश भर में परशुराम जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। इसी दिन गंगा का धरती पर अवतरण भी हुआ था। त्रेतायुग सतयुग का आरंभ इसी दिन हुआ।
श्री शर्मा ने परशुराम जयंती के महत्व को बताते हुए कहा कि विष्णु के 6वें अवतार भगवान परशुराम अपने धनुष बाण भगवान श्रीराम को समर्पित कर सन्यासी का जीवन बिताने अन्य स्थान पर चले गए। वे अपने साथ हमेशा एक फरसा भी रखते थे जिसके कारण उनका नाम परशुराम पड़ा। श्री शर्मा ने कहा कि दो वर्ष तक कोविड काल और इस वर्ष अत्यधिक तापमान एवं वैवाहिक आयोजनों की अधिकता को देखते हुए शोभायात्रा का आयोजन नहीं हो पा रहा है लेकिन प्रतिवर्ष सामूहिक पूजा-अर्चना में सभी की उपस्थिति अनिवार्य एवं प्रार्थनीय होगी ताकि सामाजिक एकता का परिचय हो सके। कहा कि देवी-देवताओं की जयंती अब यह शब्द आमतौर पर प्रयोग किया जाने लगा है अत: अगले बार से हम सब इस दिन को परशुराम जन्मोत्सव कहना प्रारंभ करें चूंकि आज का यह दिन पौराणिक महत्वों के अनुसार खास दिन है। प्रारंभ में विप्रकुल के सैकड़ों सदस्य विप्र भवन पहुंचकर पंडित पदुम शर्मा के मंत्रोच्चार के बीच बहुत ही धूमधाम से भगवान श्री परशुराम की पूजा-अर्चना और आरती किया। यजमान के रूप में पंडित दिनेश तिवारी-रेखा तिवारी, रमेश तिवारी-अनामिका तिवारी ने पूजा किया।
पूजा के दौरान नगरपालिका परिषद के नेता प्रतिपक्ष प्रसन्न शर्मा, श्यामकिशोर शर्मा, रमेश तिवारी, अशोक तिवारी, कैलाश शुक्ला, ज्ञानेश शर्मा, सौरभ शर्मा, शिव तिवारी, पीयूष शर्मा, अतुल शर्मा, राकेश द्विवेदी, प्रदीप शर्मा, योगेश शुक्ला, शशांक शर्मा, संतोष शर्मा, मनहरण शर्मा, संजय शर्मा, अनिल शर्मा, दिनेश शर्मा, ललित पाण्डेय, मुन्ना मिश्रा, चंद्रिका शर्मा, अमित शर्मा, संतोष मिश्रा, कमल शर्मा, जगदीश शर्मा, अनामिका तिवारी, रेखा तिवारी, तनु मिश्रा, इंद्रज द्विवेदी, रूचि शर्मा, सीमा शर्मा, रानी मिश्रा, अंशिका तिवारी, सात्विकी शर्मा, चंद्रेश तिवारी, क्षत्रेश तिवारी, कुमारी श्वेता मिश्रा, शुभम मिश्रा, योगीराज शर्मा, आलोक शर्मा, अशोक तिवारी, अंशुल तिवारी, शिव पाण्डेय, गुडडू मिश्रा, विजय शर्मा, सौरभ दुबे सहित बड़ी संख्या में ब्राम्हण समाज के युवा वर्ग उपस्थित थे।
गवान परशुराम जयंती के अवसर पर खास बात यह रही कि समाज के सभी लोगों ने संगठित होने पर जोर दिया। पूजा के बाद रायपुर रोड पर आने जाने वाले तमाम यात्रियों और राहगीरों को ठंडा पेय पिलाया गया।‘