बीजापुर
जिले में नये कैंप स्थापित होंगे, तभी विकास की गति बढ़ेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 मई। शुक्रवार को यहां पुलिस ऑफिसर्स मेस में नवपदस्थ एसपी अंजनेय वाष्णैय ने पत्रकारों से सौजन्य मुलाकात में कहा कि जिले में मीडिया के माध्यम से नक्सलियों से निपटने के लिए सकारात्मक सोच की आशा करते हैं। खबरें चाहे प्रशासन की हो या अन्य माध्यमों से मिले, सकारात्मक रहे।
उन्होंने कहा जिले में नये कैंप की स्थापना की जाएगी। नागरिकों की सुरक्षा व क्षेत्र का विकास हमारी प्राथमिकता में है। सामुदायिक पुलिसिंग के तहत ग्रामीणों का विश्वास जितने के लिए पुलिस अपना काम कर रही है। बगैर सुरक्षा के क्षेत्र का विकास संभव नहीं है। ग्रामीणों को डरा धमकाकर दहशत में लाना और विकास का विरोध करवाना नक्सलियों द्वारा प्रायोजित है। इससे निपटने हमारी पुलिस गांव गांव जाकर प्रेम व भाईचारे के माहौल बनाने में सफल हो रही है। हम चाहते हैं बीजापुर का नया निर्माण हो। शासन की सभी योजनाओं व नीतियां गांव तक पहूंचे हमारी सोच है।
पत्रकारों के सवाल पर एसपी ने कहा कि जिले के सभी क्षेत्रों में पहूंचने की कोशिश रहेगी। जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश के बारे कहा कि सभी थानों में इसके लिए निर्देश दिये जाएंगे। अन्य राज्यों से आने वाले हर व्यक्ति अपना पहचान संबंधित थाना में बताये।
नवपदस्थ एसपी अंजनेय वैष्णव ने बताया कि बाहरी व्यक्ति क़़ई रूप में आते है उसकी जानकारी के लिए थानो को एलर्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि लोगों से उन्ही की भाषा में बात करें ताकि पुलिस का विश्वास कायम रहे।
बीजापुर शहर के सीसी कैमरे खराब होने के सवाल पर कहा कि इसके सुधारने की कार्यवाही की जाएगी। ट्रैफिक व्यवस्था पर एसपी का कहना है। इसके लिए हेलमेट पहनने तथा गति पर नियंत्रण करने हेतु कार्रवाई की जाएगी। नशे में वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। एसपी का कहना है कि बहुत से दुर्घटनायें संकेत न होना भी एक कारण है।
एसपी कहना है कि जरूरत स्थानों पर कैंप स्थापित होंगे। कैंप स्थापना से बड़े केडर के नक्सली समर्पण करेंगे, तभी क्षेत्र में भय का माहौल खत्म होगा। बस्तर के अंदरुनी क्षेत्रों में बड़े कैडर के नक्सली यहां के लोगों का शोषण कर रहे दबाव बना रहे। इसलिए इस जिले में शिक्षा स्वास्थ्य,संचार व सडक का विस्तार होना चाहिए। नक्सल समर्पण फर एसपी का कहना है कि सामान्य व हार्ड कोर नक्सलियों के समर्पण पर नीतियां अलग-अलग है। यह उनके प्रोफाइल से तय व पुनर्वास होता है। भेदभाव वाली बात नहीं है।
गांव से नक्सली लेते हैं लेव्ही
एसपी ने माना कि नक्सलियों को गांव वाले भय से लेव्ही के रूप में राशन व अन्य जरूरत की चीजें देते हैं, नहीं देने पर दंडित करते हैं। ग्रामीण खेती बाड़ी व तेंदूपत्ता के कामों को छोडक़र नक्सलियों की फरमान मानने पर बाध्य है, इसलिए क्षेत्र में नक्सलियों पर दबाव बनाना तथा ग्रामीणों का शोषण न हो, इस पर काम किया जाएगा।
सप्लाई चैन को तोडऩा जरूरी है।
एसपी अंजनेय वैष्णव का कहना है कि नक्सलियों के सप्लाई चैन को तोडऩा जरूरी है। सप्लाई चैन से ही इन्हें हथियार, गोला बारूद, रकम, खाने पीने की चीजें, वर्दी, जूते चप्पल मिलते हंै। इसके लिए सीमावर्ती राज्यों से समन्वय स्थापित कर सहयोग लिया जाएगा।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान एएसपी ऑप्स आदित्य पांडे, डीएसपी आशीष कुंजाम, पुष्पेन्द्र सिंह बधेल, सुदीप सरकार व तुलसी लेकाम उपस्थित रहे।