बिलासपुर
पिता ने कहा, ठीक हालत में था उसका बेटा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 मई। आवास आवंटन के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोपी ने तब जहर खा लिया जब उसे पुलिस बेमेतरा से हिरासत में लेकर बिलासपुर आ रही थी। पुलिस का कहना है कि उसने पुलिस के पकडऩे से पहले ही जहर खा लिया था, रास्ते में तबीयत बिगड़ी। परिवार वालों ने पुलिस के बयान को गलत बताया है। गिरफ्तारी के समय उसने जहर नहीं खाया।
सिविल लाइन पुलिस ने लोगों को घर दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने के आरोप में तीन के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। तीसरा आरोपी विजय साहू फरार चल रहा था जिसे गुरुवार को पकडऩे के लिए एक टीम बेमेतरा गई थी। पुलिस का कहना है कि बेमेतरा में आरोपी विजय पुलिस को देखकर छिप गया था। उसे दौड़ाकर पकड़ा गया। रास्ते में मुंगेली के पास उसे उल्टियां होने लगी। उसे वहीं अस्पताल में गुरुवार रात भर्ती कराया गया। हालत सुधरने के बाद उसे बिलासपुर लाया गया है। यहां पर भी उसका एक निजी अस्पताल में इलाज हो रहा है।
इधर पुलिस के कथन पर परिवार वालों को भरोसा नहीं हो रहा है। उसकी पत्नी का कहना है कि दो पुलिस वाले उनको अलग अलग बात बता रहे हैं। पुलिस ने रात में तबियत बिगडऩे की सूचना उनको नहीं दी। सुबह भी मुंगेली में इलाज चलने और सुबह बिलासपुर लाकर भर्ती कराने की बात कही।
विजय आवास ठगी मामले में अपराध दर्ज होने के बाद अपने पिता भागवत साहू के पास आकर छिपा था। भागवत के अनुसार रात में करीब 12 बजे सात पुलिस वाले उनके घर के बाहर टॉर्च जलाकर देख रहे थे। इस दौरान उन्होंने विजय के बारे में पूछा। जब विजय घर से बाहर निकला तो पुलिस उसे पकडक़र अपने साथ ले गई इस दौरान उसने जहर नहीं खाया।