बलरामपुर

रामानुजगंज लोक निर्माण में डेढ़ करोड़ के कार्यों का निकले निविदा का ठेकेदारों को नहीं दिया गया निविदा प्रपत्र
09-May-2022 8:51 PM
रामानुजगंज लोक निर्माण में डेढ़ करोड़ के कार्यों का निकले निविदा का ठेकेदारों को नहीं दिया गया निविदा प्रपत्र

मुख्यमंत्री व विभाग के मंत्री से शिकायत करने की तैयारी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रामानुजगंज, 9 मई।
लोक निर्माण विभाग की कार्यशैली फिर से एक बार विवादों में है। आज ठेकेदारों के द्वारा करीब डेढ़ करोड़ रुपए के कार्य के लिए निविदा प्रपत्र नहीं देने का आरोप विभाग पर लगाया।

इस संबंध में जब कार्यपालन अभियंता का पक्ष जानने के लिए नगर के पत्रकार पहुंचे तो कार्यपालन अभियंता ने मिलने से इंकार कर दिया। लोक निर्माण विभाग के कार्यशैली को लेकर ठेकेदारों में गहरी नाराजगी है। ठेकेदार अब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री एवं विभाग के मंत्री सहित उच्च अधिकारियों से करने की तैयारी में है।

गौरतलब है कि कार्यालय कार्यपालन अभियंता लोक निर्माण विभाग संभाग रामानुजगंज में पदस्थ कार्यपालन अभियंता यहां पदस्थापना के बाद से ही विवादों के घेरे में रहे हैं। उनकी विवादित कार्यशैली को लेकर कई बार ठेकेदारों के द्वारा आवाज उठा चुके हैं, यहां तक कि ठेकेदारों के द्वारा कार्यालय में तालाबंदी पर जमकर नारेबाजी की थी, वहीं इसकी शिकायत थाने में एवं उच्च अधिकारियों से भी की थी, परंतु इसके बाद भी विभाग की कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ। एक बार फिर कार्यपालन अभियंता के द्वारा विवादित कार्यशैली को लेकर गहरी नाराजगी है।

सोमवार को बड़ी संख्या में ठेकेदार निविदा प्रपत्र लेने पहुंचे थे, करीब 9 कार्यों का डेढ़ करोड़ का निविदा निकला है, परंतु विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की ऐसी जबरदस्त सेटिंग की, निविदा प्रपत्र तक ठेकेदारों को नहीं दिया गया। जिसके बाद ठेकेदारों ने उच्च अधिकारियों को फोन लगाना शुरू किया, वहीं एसडीएम को भी इसकी जानकारी दी गई।

ठेकेदार अब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री विभाग के मंत्री एवं उच्च अधिकारियों को करने की तैयारी में है।

लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता को ठेकेदार सुरेश कुमार गुप्ता, संतोष कुमार अग्रवाल, प्रियंका द्विवेदी, विकास तिवारी सहित अन्य ठेकेदारों के द्वारा ज्ञापन सौंप निविदा प्रपत्र प्रदान करने के लिए ज्ञापन सौंपा।

कांग्रेस नेता विकास दुबे ने कहा कि कार्यपालन अभियंता के विवादित कार्यशैली की शिकायत क्षेत्रीय विधायक, मुख्यमंत्री एवं विभाग से मंत्री से की जाएगी। कार्यपालन अभियंता के द्वारा लगातार शासन-प्रशासन की छवि अपने विवादित कार्यशैली से धूमिल की जा रही है, ऐसा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

टेंडर निरस्त होने के बाद भी बांट दिया काम
लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता की कार्यशैली शुरू से विवादित रही है, यहां तक की टेंडर निरस्त होने के बाद भी फर्जी रूप से वर्क आर्डर जारी कर दिया गया था, परंतु इसकी अब तक न जांच हुई न कार्रवाई हुई, इस कारण ऐसा करने वालों के हौसले बढ़े हुए हैं।

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