धमतरी
कलेक्टर ने कहा- कोताही या ढील बर्दाश्त नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 10 मई। जिले के चारों ब्लॉक के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में चल रहे कामों की समीक्षा कलेक्टर पीएस एल्मा ने की। इसमें स्कूलों में चलाए जा रहे काम, शिक्षक भर्ती, विद्यार्थी प्रवेश, परीक्षा परिणाम के अलावा नए शिक्षा सत्र से इन सभी स्कूलों में एलकेजी कक्षाएं शुरू करने के लिए की जा रही व्यवस्था के काम शामिल रहे।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में हुई बैठक में कलेक्टर ने कहा कि नए शिक्षा सत्र 16 जून से पहले सभी स्कूलों को इस तरह व्यवस्थित कर लिया जाए कि इन्हें बेहतर तरीके से चलाया जा सके। उन्होंने सकारात्मक नजरिया के साथ इन इंग्लिश मीडियम स्कूलों को संचालित करने के लिए हर संभव प्रयास करने कहा है। खास तौर पर इन स्कूलों में चल रहे निर्माण कार्यों के मद्देनजर वहां मौजूद फर्नीचर, पुस्तकालय की किताबें, अन्य सामग्रियों को इस तरह व्यवस्थित और सुरक्षित रखने का इंतजाम करने कहा है कि उनको नुकसान ना हो। उन्होंने बैठक में निर्देश दिए हैं कि वहां चल रहे अधोसंरचना संबंधी कार्यों को गुणवत्तापूर्वक तथा समय सीमा में पूरा किया जाए।
कोताही या ढील बर्दाश्त नहीं
इसमें किसी तरह की कोताही या ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में कलेक्टर ने ब्लॉकवार स्कूलों में पर्याप्त कक्षा, पानी, बिजली, शौचालय, फर्नीचर की उपलब्धता एवं आवश्यकताओं की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में उपस्थित इन सभी स्कूलों के प्राचार्यों को एक चेक लिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं, जिसमें स्कूल के लिए आवश्यक क्लास रूम, स्टाफ रूम, प्रिंसिपल रूम, कंप्यूटर रूम, लाइब्रेरी, म्यूजिक रूम, स्पोर्ट्स रूम, वॉटर कूलर, सीसीटीवी कैमरा, साउंड सिस्टम, पोडियम इत्यादि शामिल हैं। स्कूलों में व्यवस्थित शौचालय, इसमें रनिंग वॉटर की सप्लाई हो। यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। इसके अलावा इन स्कूलों में पानी और बिजली की उपलब्धता भी बनी रहे। इस पर भी कलेक्टर का विशेष जोर रहा। पारदर्शिता से हो शिक्षकों की भर्ती कलेक्टर ने धमतरी, कुरूद, मगरलोड और नगरी के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में शिक्षक भर्ती तथा विद्यार्थी प्रवेश में पूरी पारदर्शिता के साथ काम करने के निर्देश दिए हैं।
40-40 सीटों पर शुरू किए
नए शिक्षा सत्र से इन इंग्लिश मीडियम स्कूलों में 40-40 सीटों पर शुरू किए जा रहे एलकेजी कक्षाओं की भी समीक्षा की। बताया गया कि इन स्कूलों में लॉटरी पद्धति से बच्चों को प्रवेश दिया जा रहा है। कलेक्टर ने स्कूलों को सही तरीके से चलाने का प्रयास करने कहा ताकि क्षेत्र के विद्यार्थियों को इसका सीधा सीधा फायदा मिल सके।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी एवं ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के अफसर व कर्मचारी मौजूद रहे।