बस्तर
कैबिनेट सहयोगियों की भी बात नहीं सुन रहे मुख्यमंत्री
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 10 मई। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच संबंधों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
श्री कश्यप ने जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री बघेल और स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के बीच जारी शीतयुद्ध का खामियाजा बस्तर और सरगुजा क्षेत्र की जनता को उठाना पड़ रहा है। बस्तर और सरगुजा संभाग में स्वास्थ्य सेवाएं वेंटिलेटर पर चली गई है, आम जनता परेशान है। किसी भी प्रकार की नई योजनाएं शुरू नहीं हो पा रही है, जो प्रदेश को बदहाली की तरफ ले जा रही है। पुरानी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए न नीति है न नीयत है।
श्री कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच की खाई अब रंजिश में बदलती जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री के बस्तर और दंतेवाड़ा दौरे में जिला प्रशासन के मुखिया का प्रोटोकाल में न पहुंचना किसके इशारे पर हो रहा है, ये जनता भलीभांति जानती है। बड़े अधिकारियों के साथ-साथ पार्टी संगठन से जुड़े बड़े पदाधिकारियों की अनुपस्थिति ने बता दिया कि इस रंजिश की आग अब पूरे प्रदेश में फैलती जा रही है। जिसका नुकसान बस्तर और सरगुजा संभाग के आदिवासी भाइयों और बहनों को उठाना पड़ रहा है।
श्री कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने दौरे में कर्मचारियों और अधिकारियों के ऊपर कार्रवाई कर रहे हैं , ताकि सरकार की गलतियों, भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल सके। अगर उन्हें कार्रवाई ही करनी है तो स्थानीय विधायक और मंत्री पर कार्रवाई करें जो कि गलत कार्य करने के लिए बाध्य कर रहे हैं। कई कलेक्टरों पर भ्रष्टाचार का आरोप है, उसकी जांच हो। उन अधिकारियों पर किसका वरदहस्त है?
आगे कहा कि मुख्यमंत्री केबिनेट सहयोगियों की बात नहीं सुन रहे तो मंत्री जी को सार्वजनिक रूप से बोलना पड़ रहा है और आपसी लड़ाई का नुकसान जनता को झेलना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव की आपसी लड़ाई का खामियाजा आम जनता क्यों भुगते, यह छत्तीसगढ़ की जनता जानना चाहती है।