धमतरी
बाल संरक्षण की टीम ने रोका बाल विवाह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 11 मई। बारात आने से पहले नाबालिग लडक़ी के घर पहुंचकर बाल संरक्षण की टीम ने विवाह रोकवाया। बाल संरक्षण अधिकारी का फोन दूल्हे के पास गया। उन्हें बारात लेकर न आने और लडक़ी नाबालिग होने की जानकारी दी, तो दूल्हे ने अफसर को ही धमकाने लगा। बारात लेकर जाने की जिद कर फोन काट दिया। उन्होंने तुरंत मगरलोड टीआई से संपर्क किया। अफसर, जवानों को दूल्हा के घर भेजा। करीब 2 घंटे की समझाइश के बाद बारात नहीं जाने का आश्वासन दिया।
नगरी ब्लॉक के सलोनी स्थित एक गांव में बाल विवाह होने की सूचना सूचना बाल संरक्षण टीम को मिली। आनंद पाठक, यशवंत बैस, प्रमोद अमृत, नीलम साहू, प्रमोद नेताम, खिलेश्वरी साहू सहित केरेगांव थाने के एसआई प्रकाश नाग, विरेंद्र बैस एक साथ गांव आए। बारात आने से ठीक 2 घंटे पहले ही लडक़ी के घर अफसरों की टीम पहुंच गई। नाबालिग के परिजनों से बात की।
आधार कार्ड, अंकसूची सहित अन्य दस्तावेज मंगाए, लेकिन परिजन और लडक़ी अफसरों को गुमराह करने की कोशिश करते रहे। लगातार समझाइश, कानूनी जानकारी देने के बाद लडक़ी अपनी नानी के घर से अंकसूची लेकर आई। इससे पता चला कि लडक़ी के बालिग होने में 3 माह बाकी है। उसकी उम्र 17 साल 9 महीना है।
बारात निकलने की थी तैयारी
मगरलोड से बारात सलोनी आनी थी। दूल्हा सहित परिजन गाड़ी सहित अन्य सामान की व्यवस्था कर चुके थे। अचानक बाल संरक्षण अधिकारी आनंद पाठक का फोन दूल्हे के पास गया। उन्हें बारात लेकर न आने और लडक़ी नाबालिग होने की जानकारी दी, तो दूल्हे ने अफसर को ही धमकाने लगा। बारात लेकर जाने की जिद कर फोन काट दिया। उन्होंने तुरंत मगरलोड टीआई प्रणाली वैद्य से संपर्क किया। अफसर, जवानों को दूल्हा के घर भेजा। करीब 2 घंटे की समझाइश के बाद बारात नहीं जाने का आश्वासन दिया।
बाल विवाह की, तो एफआईआर होगी
बाल संरक्षण अधिकारी आनंद पाठक ने बताया कि लगातार दूसरी बार बाल विवाह रोका गया। इसके पहले भी लडक़ी के जिद में परिजन विवाह कर रहे थे। पुलिस अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं की ड्यूटी निगरानी के लिए लगाई गई। यदि विवाह करने की जिद हुई तो एफआईआर होगी।
शादी समारोह में शादी होने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा।