सरगुजा
मंगरैलगढ़ी देवी मंदिर में की पूजा-अर्चना, बच्चों से की मुलाकात
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,11 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत आज सीतापुर विधानसभा क्षेत्र के मंगरैलगढ़ ग्राम पहुंचे। मुख्यमंत्री ने यहां सबसे पहले ऐतिहासिक मंगरेलगढ़ी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की और मंदिर परिसर में बेल का पौधा लगाया। मंगरैलगढ़ राम वनगमन से संबधित है, जहां वनवास के दौरान भगवान श्री राम ने भ्रमण किया था।
मुख्यमंत्री मंगरैलगढ़ में मातृछाया आवासीय संस्कृत विद्यालय गए और वहां पढ़ रहे बच्चों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री के आगमन पर यहां के बच्चों ने गुलमोहर फूल का गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया। बच्चों ने मुख्यमंत्री के आगमन पर उनके लिए स्वागत गीत भी गाया। बच्चों ने ‘झूम-झूम हर कली बार-बार कह चली आप जो आए तो महक उठी गली-गली ’ गीत गाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने मंगरैलगढ़ में कई बड़ी घोषणाएं भी कीं। इनमें मंगरैलगढ़ भौंराडांड मांड नदी तक सडक़ निर्माण, मंगरैलगढ़ मांड नदी पर एनीकट निर्माण, मंगरैलगढ़ प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल के नए भवन का निर्माण, केरजू में पुलिस चौकी की स्थापना, सीतापुर में आडिटोरियम का निर्माण, मंगरैलगढ़ में 25 लाख रुपये के सामुदायिक भवन के निर्माण जैसी बड़ी घोषणाओं की।
इस दौरान मुख्यमंत्री को स्थानीय स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने खुद के बनाए हुए स्थानीय उत्पादों की टोकरी भेंट की और मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम में स्थानीय लोगों से बात करते हुए योजनाओं के बारे में पूछा और लोगों की समस्याओं से जुड़े प्रश्नों पर स्थानीय अधिकारियों को तत्काल निराकरण करने का निर्देश दिए।
जब मुख्यमंत्री ने पूछा कोई किसान है जिसका ऋण माफ न हुआ हो
एक लाख बीस हजार , एक लाख 40 हजार, 1 लाख 85 हजार, मेरा 2 लाख। आंकड़े सुनकर किसी को भी लगेगा कि यहां किसी सामान की बोली लग रही है, लेकिन ऐसा नहीं है। ये ऋण माफी के वो आंकड़ें हैं, जो किसान एक स्वर में मुख्यमंत्री को बता रहे हैं। दरअसल बुधवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत सरगुजा जिले के मंगरेलगढ़ गांव में पहुँचे थे । जब मुख्यमंत्री ने किसानों से पूछा कि किस - किस का ऋण माफ नहीं हुआ है , कोई किसान है जिसे ऋण माफी का लाभ ना मिला हो ?
इतना सुनते ही किसान अपने -अपने ऋण माफी की जानकारी मुख्यमंत्री को बताने लगे। सभी किसानों में अपनी ऋण माफी की रकम बताने की होड़ लग गयी। किसानों की खुशी देखकर मुख्यमंत्री ने भी किसानों को बधाई दी और किसानों के लिए ताली बजवायी।
पटेला गांव के किसान रामकुमार गुप्ता ने बताया कि उनका 2 लाख रुपये का ऋण माफ हुआ था, जिससे उन्हें बहुत ही आर्थिक मदद मिली।
रामकुमार ने बताया कि कर्जा माफ होने से उन्होंने ट्रैक्टर खरीद लिया, जिससे खेती और अच्छे से कर पा रहे हैं। इस बार उन्होंने 500 बोरा धान बेचा है, जिससे अच्छा लाभ हुआ है । इसके अतिरिक्त अब वे बच्चों को अच्छे से पढ़ा भी पा रहे हैं ।