बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 11 मई। देशभर में बाल अधिकारों को लेकर अनेकों शासकीय व ग़ैरशासकीय विभाग, संघ, संगठन और समितियाँ कार्य कर रही है, विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सभी की यही कोशिश रहती है कि बच्चों के अधिकारों का जो हनन हो रहा है, उसमें कमी आये और उन्हें उनका अधिकार मिले।
बाल अधिकार के विषय को लेकर बुधवार को छत्तीसगढ़ बाल अधिकार वेधशाला के डिस्ट्रिक्ट चैप्टर की बैठक आयोजित हुई, जिसमें जि़ले के कई प्रतिष्ठित संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर अपने विचार मंच से साझा किये।
तीन घंटे चली बैठक में समस्त सदस्यों ने सर्वसम्मति से डिस्ट्रिक्ट चैप्टर नोडल की जिम्मेदारी लक्ष्मी कश्यप, प्रवक्ता हेतु रोहित सिंह आर्य, सुरक्षा श्रेणी में अर्चना सिंह, शिक्षा श्रेणी में शैलेन्द्र पाण्डेय, वकालत हेतु अर्पित मिश्रा का चयन मनोनीत कर निर्वाचित किया।
ज्ञात हो कि बाल अधिकारों के संरक्षण को लेकर छत्तीसगढ़ के सैकड़ों प्रतिष्ठित एन.जी.ओ ने एक मंच में आने का निर्णय लेकर प्रदेशस्तरीय छत्तीसगढ़ बाल अधिकार वेधशाला संगठन का गठन किया, जिसकी बैठक रायपुर में आयोजित हुयी थी। तदुपरांत अब राज्य के सभी जिलों में इसका गठन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ बाल अधिकार वेधशाला को प्रारंभिक तौर पर प्रतिष्ठित संगठन यूनिसेफ सहयोग प्राप्त हो रहा है। आने वाले समय मे बाल अधिकार को लेकर विहद्र छोटे बड़े आयोजन किये जाएंगे, जो कि बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु अत्यंत कारगर सिद्ध होगा।
बैठक में प्रमुख रूप से बस्तर सामाजिक जन विकास समिति से सुशील पांडेय छ.ग बाल अधिकार वेधशाला दक्षिण क्षेत्रीय-बस्तर प्रमुख, निर्मल आस्था सेवा संस्थान से लक्ष्मी कश्यप, ए.पी.एस से रोहित सिंह आर्य, स्मार्ट सोशल वेलफेयर सोसाइटी से अर्चना सिंह, पदार्पण सेवा संस्था से शैलेन्द्र पाण्डेय, श्री महाकालेश्वर सेवा समिति से अर्पित मिश्रा, माँ शारदा लोक कला मंच से मिनेश पाणिग्राही, अश्वा संस्था से मिथलेश शर्मा, विलेज डेवलपमेंट सोसाइटी से महेश मिश्रा, प्रबल आधार सेवा संस्था से दीपक सुना, द बस्तर वेलफेयर फाउंडेशन से बिजली बैद्य, प्रगति पथ संस्था से प्रबीर बनिक सहित अन्य एन.जी.ओ के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।