बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 12 मई। अचानकमार अभयारण्य के अरपा नदी के किनारे बेलगहना रिंगनवाड़ा केंदा आदि गांवों में विचरण कर रहे 9 हाथियों के दल ने मरवाही का रुख कर लिया है।
ज्ञात हो कि अचानकमार अभयारण्य में बीते 6 माह से 18 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा था। हाथियों ने फसलों को चौपट जरूर किया लेकिन कोई बड़ा नुकसान इस दौरान नहीं किया। 10-12 दिन पहले हाथियों का दल दो भागों में बट गया था। करीब 9 हाथी कबीरधाम जिले के पंडरिया की ओर बढ़ गए थे और दूसरा दल बेलगहना रेंज के जल्दापारा सोनपुरी आदि गांव में घूम रहा था। हाथियों के घूमने का इलाका अरपा नदी के किनारे था। पानी की तलाश में यह गांवों के भीतर जाकर भी भटकते रहे।
19 तारीख के स्रोत तालाब आदि से उन्होंने पानी भी पिया। गांव में प्रवेश करने वाले हाथियों ने कोई जनहानि नहीं की। इधर मंगलवार से इन 9 हाथियों के दल ने मरवाही रेंज की ओर रुख कर लिया है। दरअसल अर्पण नदी सूखी हुई है और अचानकमार अभ्यारण के कई हिस्सों में आग भी लगी हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि हाथियों का दल इसी के चलते अचानकमार अभयारण्य से चला गया। फिलहाल अचानकमार क्षेत्र से हाथियों के बाहर निकल जाने की बात कहीं जा रही है।