राजनांदगांव
फेडरेशन ने सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
राजनांदगांव, 12 मई। स्कूल शिक्षा विभाग के नए सेटअप में चिन्हांकित विसंगतियों को सुधार करने के आशय से स्थानीय प्रदेश शिक्षक फेडरेशन जिला इकाई द्वारा मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन को पत्र लिखकर शिक्षा के उद्देश्यों की पूर्ति एवं गुणवत्तायुक्त शिक्षा के मद्देनजर सुधार के बिंदुओं पर ध्यान आकृष्ट किया है।
फेडरेशन के प्रांतीय प्रमुख महामंत्री सतीश ब्यौहरे, जिला अध्यक्ष शरद चंद्र शुक्ला एवं जिला सचिव पीआर झाड़े ने बताया कि गत् दिनों छत्तीसगढ़ शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल शिक्षा में नया सेटअप संबंधी जो आदेश जारी किया गया है, उसमें कई विसंगतियां हैं। जिसके कारण शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित होगी।
उन्होंने बताया कि नए सेटअप में संशोधन के कुल 6 बिंदुओं की ओर छत्तीसगढ़ शासन का ध्यान आकृष्ट कराते उसमें सुधार करने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि सेटअप को दर्ज संख्या केंद्रित बनाते समय शिक्षा में अध्यापन के समय आने वाली व्यवहारिक दिक्कतों को नजर अंदाज कर दिया गया है। जैसे प्राथमिक शाला में 80 विद्यार्थी संख्या पर 1 प्रधान पाठक और 2 सहायक शिक्षक का उल्लेख है। जबकि कक्षा पहली से पांचवीं तक कुल 5 कक्षाओं में हिंदी, अंग्रेजी, गणित एवं पर्यावरण से कुल 4 विषय पढ़ाए जाते हैं। इसके साथ ही गतिविधियों का पीरियड भी निर्धारित है। पांच कक्षाओं के साथ प्रधान पाठक सहित 3 शिक्षक अपर्याप्त है। साफ जाहिर है इससे गुणवत्ता प्रभावित होगी।
इसके स्थान पर 1 प्रधान पाठक एवं कक्षावार शिक्षक उपलब्ध कराने से बच्चों के बौद्धिक विकास एवं शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होगी।
इसी तरह पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बच्चों की संख्या 30 से कम होने पर नए सेट अप में प्रधान पाठक का पद स्वीकृत नहीं किया गया है, जो कि अव्यवहारिक है। साथ ही संख्या में 30 विद्यार्थियों की वृद्धि होने पर 1 पद स्वीकृत करने की बात की गई है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के जिला इकाई ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि उपरोक्त बिंदुओं पर संवेदनशीलता से विचार करते स्कूल शिक्षा विभाग के नए सेटअप में आवश्यक सुधार उपरांत नया आदेश जारी किया जाए। जिससे शिक्षा के उद्देश्यों की पूर्ति हो सके। इस अवसर पर डॉ. आकांक्षा विश्वकर्मा, लीलाधर सेन, बृजेश वर्मा, नेतराम वर्मा, नवीन कुमार महोबिया सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित थे।