राजनांदगांव
मौजूदा नेता प्रतिपक्ष ने वर्मा के कक्ष से आलमारी किया बाहर, वर्मा के खिलाफ संगठन से होगी शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 मई। नगर निगम के बजट में अनुशासित माने जाने वाले भाजपा पार्षदों को उनके एक पार्षद ने निलंबन के मुद्दे में अलग रहकर विपक्षी ताकत के धार को कम कर दिया। मौजूदा नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु के साथ पार्षद गगन आईच के सदन से निलंबित किए जाने के फैसले के विरोध में 18 में से 17 पाषदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इस फैसले में भाजपा पार्षदों की एकता उस वक्त दो भाग में बंट गई, जब पूर्व नेता प्रतिपक्ष शिव वर्मा ने सदन छोडऩे से इन्कार कर दिया। सदन से बाहर निलंबन के विरोध में नारेबाजी कर रहे भाजपा पार्षदों में वर्मा के रूख से नाराजगी बढ़ गई।
एक ओर सभी पार्षद निलंबन वापस लेने के लिए सदन के बाहर नारेबाजी कर रहे थे। वहीं वर्मा सदन के भीतर सत्तापक्ष के लोगों के साथ बतियाते रहे। वर्मा सीनियर होने का हवाला देकर लंबे समय से संगठन से नेता प्रतिपक्ष की कमान सौंपने की मांग करते रहे हैं। पिछले दिनों जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने पार्टी के बिना अनुमति कार्यक्रम किए जाने के मामले में वर्मा को निलंबित कर दिया था। वर्मा पर कई तरह के आरोप भी हैं।
तत्कालीन महापौर नरेश डाकलिया के कार्यकाल में नेता प्रतिपक्ष रहते उनके कक्ष में पूर्व आयुक्त संजय अग्रवाल ने दबिश देकर फर्जी सील बरामद किए थे। हालांकि उस दौरान तत्कालिन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दखल के बाद मामला शांत हुआ था। इधर मौजूदा नेता प्रतिपक्ष यदु वर्मा के रवैये को संगठन के समक्ष रखने की तैयारी में है। ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते कहा कि उनके कामकाज के तरीके को लेकर संगठन को अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अपने साथी पार्षद के निलंबन के मुद्दों पर अलग राय रखना समझ से परे है। उनकी कार्यप्रणाली के खिलाफ शिकायत की जाएगी।
इधर वर्मा के कक्ष में रखे आलमारी को भी नेता प्रतिपक्ष यदु ने बाहर कर दिया है। माना जा रहा है कि वर्मा को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आधार पर संगठन के सवालों का सामना करना पड़ सकता है और उन पर कड़ी कार्रवाई होने की चर्चा है।