गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 13 मई। समीपस्थ ग्राम सुंदरकेरा में बुधवार को बैलगाड़ी से बारात निकली गई। दूल्हा आज के चकाचौंध को छोड़ बैलगाड़ी में सवार होकर अपनी वधु को लाने के लिए बारात लेकर निकला। सुंदरकेरा से 5 किलोमीटर दूर ग्राम थनोद के लिए दर्जन भर से ज्यादा सजी हुई बैलगाडिय़ां निकलीं।
थनोद में आकर रुकीं तो वहां भी लोगों की भीड़ लग गई। सुंदरकेरा गांव के पूर्व सरपंच नत्थू राम साहू ने अपने सुपुत्र गुलाब साहू की बारात बैलगाड़ी निकाली। उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा को जीवित रखने के लिए लोगों को संदेश देने के लिए यह किया। इसकी तैयारी दो दिन पहले ही कर ली थी। इस बरात में दुल्हा ही नहीं, पूरे बरातियों के लिए भी बैलगाड़ीयां तैयार की गई थी। जैसे जैसे आगे बढ़ती जा रही थी, गांव-गंाव में लोग बारात देखने सडक़ों पर उमड़ पड़े। बैण्डबाजा की धुन इस पर चार चांद लगा रही थी। इस बीच श्रीसाहू द्वारा यह प्राचीन परंपरा को जीवित करने का एक सुंदर और मनोरम कार्य किया गया। इसको देखकर आसपास के लोगों में एक अलग ही भाव जागृत हुआ बैल और बैल गाड़ी के प्रति और आने वाले दिनों में यह कार्य लोगो को प्रेरित करते रहेगी ।