बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 13 मई। चिलचिलाती धूप और तपती गर्मी में जहां प्रशासन जनता के लिए जलापूर्ति करने में लगी है, वहीं बालोद जिले में पंचायत सरपंच के तुगलकी फरमान ने मोहल्लेवासियों को गंदे पानी पीने को मजबूर कर दिया है।
बालोद जिले के डौंडी विकासखंड क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत चिखली के महिला सरपंच ने आवास पारा के घरों में जिससे बोर से पेयजल के पानी सप्लाई होता था उस बोर की बिजली सप्लाई कटवाकर वायर व बोर्ड ही निकलवा दिया है जिसके बाद से लगभग 25 घरों के लोग एकमात्र हैंडपंप के गंदे पानी पीने को मजबूर हैं।
मोहल्लेवासियों का आरोप है कि इस मोहल्ले में पहले दो हैंडपंप हुआ करता था जिसमें एक हैंडपंप में पंचायत ने मोटर फिटिंग करवा घरों-घर नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल आपूर्ति करता था लेकिन कुछ दिन पूर्व ही सरपंच ने मनमानी करते हुए बोर में लगे बिजली को ही निकलावा दिया।
वहीं सरपंच कहती हैं कि तीन सालों से मोहल्लेवासी बिल नहीं पटा रहे। हुकिंग कर बिजली से बोर चल रहे थे। मीटर लगाने पंचायत में प्रस्ताव करने के बाद मोहल्लेवासियों को मीटर के लिए पैसा जमा करने कई बार मुनादी कराया गया लेकिन मोहल्ले वासी किसी तरह ध्यान नहीं दिया। पैसा नहीं देते तो आधार कार्ड ही जमा कर देते।
इस मामले में नायब तहसीलदार का कहना है कि जो भी दोषी होगा। इस पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम द्वारा जनपद सीईओ को जांच अधिकारी बनाया गया है। आज या कल में बिजली सप्लाई जोड़ पुन: मोहल्लेवासियों को जलापूर्ति की जाएगी।