बेमेतरा

कूरा समिति प्रबंधक पर एफआईआर, भडक़े पूर्व मंत्री, विधायक छाबड़ा व आप नेता, जांच से असंतुष्ट
13-May-2022 5:06 PM
कूरा समिति प्रबंधक पर एफआईआर, भडक़े पूर्व मंत्री, विधायक छाबड़ा व आप नेता, जांच से असंतुष्ट

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा,  13 मई।
नवागढ़ ब्लॉक के कूरा समिति प्रबंधक सत्यनारायण डहरे के खिलाफ नांदघाट थाना में धारा 420, 409 के तहत अपराध दर्ज होने के बाद पूर्व सहकारिता मंत्री दयालदास बघेल,  विधायक छाबड़ा ,  व आप नेता प्रशासनिक व्यवस्था पर बरस पड़े।
पूर्व सहकारिता मंत्री श्री बघेल ने कहा कि अमानक धान बेचने के आरोप में समिति प्रबंधक और संचालक मंडल के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने का पत्र प्रस्तुत होते ही बिना विवेचना पुलिस में अपराध दर्ज कर लिया। पूरे जिले में झाइम की बिक्री करने वालो पर एफआईआर कब होगी, जब कृषि विभाग ने पेस्टीसाइड बेचने की अनुमति या इस उत्पाद को बेचने की अनुमति नही दी है तो इसकी बिक्री गैरकानूनी है यह राज्य सरकार के मंशा के विपरीत है , नोडल अधिकारी का यह बयान की हमने लिखित या मौखिक कोई आदेश नहीं दिया,  सत्य तथ्य से परे है। जब अनुमति नहीं दी तो समिति के निरीक्षण क्या घर बैठकर करते रहे, नोडल ने जब्ती क्यों नहीं बनाई।

मानसून सत्र में चर्चा
पूर्व मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि कूरा में जो हुआ वह जांच का विषय है, समिति प्रबंधक सत्यनारायण का निलंबन के बाद इस विभाग की सत्यकथा  मानसून सत्र में राज्य की जनता सुनेगी ,नेता प्रतिपक्ष सहित भाजपा के विधि विभाग को रिकार्ड भेजा जा रहा है। कृषि मंत्री के गृह जिले में अवैध कारोबार करने वालो को मिल रहा संरक्षण चिंताजनक है। नवागढ़ विधानसभा में सत्ता परिवर्तन के सवा तीन साल बाद यह दूसरा एफआईआर है, जो जनचर्चा में है। राजनीति के जानकार गंगाधर यादव ने कहा कि कुरा समिति में जो हुआ ,जो हो रहा है , इसके पीछे ऐसे लोग है जो अपने हिसाब चुकता करने में लगे हैं, इसका असर बाद में दिखाई पड़ेगा।

विधानसभा में फिर से उठाएंगे मुद्दा, जांच में गड़बड़ी की तो जवाब देना होगा

बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा ने कूरा समिति का मुद्दा विधानसभा में उठाया था, विधानसभा में प्रश्न लगते ही समिति प्रबंधक को विभाग ने निलंबित कर दिया था कुछ दिन बाद जिला खाद्य अधिकारी को विभाग ने निलंबित किया , सहकारिता विभाग के जांच प्रतिवेदन में  साफ साफ लिखा है कि जिला खाद्य अधिकारी से जब समिति ने अभिमत मांगा तो उनके द्वारा इसकी सूचना किसी उच्च अधिकारी को नही दी गई , अपने स्तर पर निराकरण का फरमान लिखकर पत्र समिति को लौटा दिया गया।
विधायक छाबड़ा ने कहा कि हमने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया तत्कालीन खाद्य अधिकारी की भूमिका संदेहास्पद है अपराध समिति प्रबंधक  संचालक मंडल तक सीमित रखा गया तो हम पुन: विधानसभा में मुद्दा उठाएंगे। जिला खाद्य अधिकारी चाहते तो यह कृत्य नहीं होता। छाबड़ा ने कहा कि नांदघाट पुलिस पर भरोसा है की वह सभी पहलुओं पर जांच करेगी, यदि  जांच में जल्दबाजी या लीपापोती की गई तो विवेचक को जवाब देना पड़ेगा।
 

लीपापोती में जुटा विभाग
आप नेता अंजोरदास धृतलहरे ने कहा कि कलेक्ट्रेट से चंद कदम दूरी से लेकर नवागढ़-बेमेतरा के समितियों में झाइम के नाम पर हो रहे कारोबार पर जिला प्रशासन मौन है। इस कारोबार की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। अमानक धान बेचने से कहीं बड़ा अपराध है यह। कलेक्टर तत्काल कार्रवाई करें, अन्यथा आम आदमी पार्टी प्रदर्शन करेगी। सहकारिता विभाग द्वारा प्रस्तुत एफआईआर का आवेदन अधूरा है। धान बेचने प्रेरित करने वाले व धान खरीदने वाले निर्दोष कैसे हो गए?

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