बस्तर
जनचौपाल समाधान शिविर में सुनी समस्याएं, दी कई सौगातें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 13 मई। कांगेर घाटी में बसे दरभा विकासखण्ड के अति संवेदनशील और दुर्गम गांव चांदामेटा में गुरुवार को जनचौपाल समाधान शिविर का आयोजन किया गया। यहां बस्तर कलेक्टर रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के संचालक धम्मशील गणवीर सहित अधिकारी पहुंचे और ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और ग्रामीणों की मांग पर कई सौगातें भी दीं।
पहली बार जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर श्री बंसल को देखकर ग्रामीणों में खासा उत्साह दिखा, वहीं कलेक्टर सहित अधिकारियों के आत्मीय और मधुर व्यवहार से ग्रामीणों में अत्यंत प्रसन्नता दिखी।
चांदामेटा के ग्रामीणों की मांग के अनुसार बस्तर कलेक्टर ने तत्काल आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य सुविधा संचालन करने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये। राशन कार्ड व राशन वितरण हेतु भवन, वृद्धा पेंशन हेतु आवेदन तैयार करने, राशन कार्ड दिलाने पंचायत सचिव को निर्देश दिया। चांदामेटा के पटेलपारा में देवगुड़ी निर्माण की स्वीकृति भी प्रदान की। ग्रामीणों की मांग पर चांदामेटा में शीघ्र ही मोबाइल टॉवर लगाने की बात भी अधिकारियों ने कही।
शिविर में स्वास्थ्य, शिक्षा, वन, राजस्व, कृषि, क्रेडा, विद्युत, पशुचिकित्सा सहित सभी विभागीय अधिकारियों ने चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। इस दौरान ग्रामीणों को ऋण पुस्तिका, राशन कार्ड, बीज, फलदार पौधा का वितरण किया गया। बस्तर रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने ग्रामीणों को हाईजिन किट और मच्छरदानी का वितरण भी किया।
इस दौरान एसडीएम आस्था राजपूत, रेडक्रास सोसायटी के उपाध्यक्ष एलेक्जेंडर चेरियन, शासकीय अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण उपस्थित थे।