रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 मई। यूक्रेन में युद्ध के चलते मेडिकल की पढ़ाई अधूरी छोड़ आए विद्यार्थी देश के अन्य मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए राजनेताओं के द्वार पर दस्तक दे रहे हैं। इस कड़ी में विद्यार्थियों, और पालकों ने केन्द्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह से मुलाकात की। रेणुका सिंह ने विद्यार्थियों से कहा कि केन्द्र सरकार उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर रही है। जल्द ही सभी विद्यार्थियों को सुखद समाचार मिलेगा।
प्रदेश के करीब 3 सौ से अधिक विद्यार्थी यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। मगर युद्ध के कारण उन्हें पढ़ाई छोडक़र वापस आना पड़ा। इसके बाद से उनकी पढ़ाई बंद है। यूक्रेन में अनिश्चितता की हालत को देखते हुए विद्यार्थी और उनके पालक चाहते हैं कि यहां के मेडिकल कॉलेजों में उन्हें दाखिला मिल जाए, ताकि पढ़ाई आगे जारी रख सकें।
यह भी कहा गया कि बमबारी की वजह से यूक्रेन के शिक्षण संस्थान टूट फूट गए हैं। यदि युद्ध बंद भी हो जाता है तो भी तुरंत पढ़ाई शुरू नहीं हो पाएगी। इससे चिंतित विद्यार्थियों, और उनके पालकों ने केन्द्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह से मुलाकात कर इस सिलसिले में विस्तार से चर्चा की है।
केन्द्रीय राज्य मंत्री ने विद्यार्थियों के तर्कों से सहमत नजर आई। केन्द्रीय राज्य मंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि बच्चों के भविष्य को पीएम मोदी, और केन्द्र की भाजपा सरकार कभी खराब नहीं होने देगी। उनके उज्जवल भविष्य के लिए जो कुछ भी संभव हो पाएगा वह प्रधानमंत्री की अगुवाई में जरूर किया जाएगा।
रेणुका सिंह ने यह भी कहा कि केन्द्र की सरकार उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर रही है। विद्यार्थियों को जल्द ही सुखद समाचार मिलेगा। इससे पहले विद्यार्थी और उनके पालक केन्द्रीय राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीएम भूपेश बघेल से मिलकर अपनी बात रखी। चर्चा के दौरान विद्यार्थियों के पालकों में से एक अनिल शर्मा, भोलाराम पटेल, कुमार राव, भूपेन्द्र सिंह सहित अन्य विद्यार्थी और उनके पालक भी थे।