कवर्धा
चार दिन पहले हुई हत्या का खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 16 मई। जिले में चार दिन पहले हुई महिला की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में मृतक महिला के पड़ोसी को ही गिरफ्तार किया है। पड़ोसी ने टोनही के शक में बेचारी महिला की हत्या कर उसके शव को जला दिया था। पुलिस को महिला की जली हुई लाश ही मिली थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी पड़ोसी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस मामले को सुलझाने वाले पुलिस कर्मियों का आईजी मीणा ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
पुलिस के अ्रनुसार 10 मई को थाना कुकदूर में मोबाईल के माध्यम से सूचना मिली कि ग्राम दैहानटोला में सखीनाबाई के घर आग लगी है कि उक्त सूचना पर कुकदूर पुलिस मौके पर पहूंचकर घटनास्थल का मुआयना कर घर अंदर सखीना बाई का शव संदिग्ध अवस्था में पूर्ण रूप से जली हुई पाये जाने पर तत्काल थाना कुकदूर पुलिस द्वारा पुलिस अधीक्षक कबीरधाम को सूचित किया गया है। जिस पर मौके पर वरिष्ठ अधिकारीगण एवं डाग स्क्वाड, सायबर टीम, वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी दुर्ग युनिट घटनास्थल पहुंचे। सभी विशेषज्ञ टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण, मौके से सामान की जब्ती एवं शव पंचनामा कार्यवाही करने के बाद प्रथम दृष्टया अज्ञात व्यक्ति द्वारा बल्ली के टुकड़ा से प्राण घातक हमला कर सखीना बाई का हत्या कर आग से जला देने पाये जाने से धारा 302,201 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
यह पूरा मामला कवर्धा जिले के कुकदूर थाना क्षेत्र का है। चार दिन पहले 10 मई को ग्राम दैहानटोना निवासी सखीना मेरावी (45) का शव जली हुई अवस्था में मिला था। आसपास के लोगों ने मकान से आग की लपटें निकलती देख पुलिस को सूचना दी थी। मौके पर दमकल की गाडिय़ां भी पहुंची। आग बुझने के बाद पुलिस मकान के अंदर दाखिल हुई तो हैरान रह गई।
पुलिस ने देखा कि अंदर महिला की जली हुई लाश पड़ी हुई थी और घर का पूरा सामान जलकर खाक हो गया है। शुरुआती जांच में पुलिस को शक हुआ कि महिला की हत्या की गई है। इसी एंगल से पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया। इस मामले में आईजी मीणा ने सख्त निर्देश दिए थे। जांच के दौरान पुलिस को पड़ोसी परमेश्वर परस्ते की गतिविधियां संदिग्ध लगी।
इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और पूछताछ की तो वह टूट गया। पूछताछ में परमेश्वर ने पुलिस को बताया कि एक साल पहले उसकी शादी थी। शादी के कुछ समय बाद से ही उसकी पत्नी की तबीयत खराब रहने लगी। कोई सुधार नहीं होने से परमेश्वर अपनी पत्नी को लेकर ससुराल आ गया और यहां सखीना बाई के मकान के पास ही किराये से रहने लगा। पति की मौत के बाद महिला घर में अकेले रहती थी इसलिए परमेश्वर को शक हुआ कि कहीं सखीना ने जादू-टोना तो नहीं किया। इसके बाद एक शादी में उसने सकीना बाई को देखा तो उसका गुस्सा बढ़ गया और उसने हत्या का प्लान बना लिया। इसके बाद उसने उसी रात सकीना के घर में प्रवेश किया और उसे मारकर चारपाई के साथ आग लगा दी। पुलिन ने आरोपी को गिरफ्तार आगे की कार्रवाई की है।
पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज दुर्ग एवं पुलिस अधीक्षक कबीरधाम के दिशा-निर्देश में तैयार विवेचना टीम द्वारा उत्कृष्ट पुलिसिंग एवं लगातार प्रयास कर अल्प समय में आरोपी को साक्ष्य के साथ गिरफ्तार करने में सफल हुई है। इस मामले को सुलझाने वाले पुलिस कर्मियों का आईजी मीणा ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।