जान्जगीर-चाम्पा
चार विद्यार्थियों ने प्रावीण्य सूची में स्थान बना बढ़ाया जिले का गौरव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा, 16 मई। जिला मुख्यालय जांजगीर के वार्ड क्रमांक दो निवासी दीपाली सूर्यवंशी पिता लखन सूर्यवंशी ने दसवीं की प्रावीण्य सूची में 97.17 फीसदी अंकों के साथ आठवां स्थान बनाया है।
सरस्वती शिशु मंदिर नैला (जांजगीर) में अध्ययनरत दीपाली सूर्यवंशी की माता शकुंतला सूर्यवंशी आंगनबाड़ी में सहायिका के पद पर सेवारत हैं, जबकि पिता लखन सूर्यवंशी भवन निर्माण कार्य में राज मिस्त्री का काम करते हैं। गणित और विज्ञान विषय में अधिक रुचि रखने वाली दीपाली डॉक्टर बनकर मानवता की सेवा करने को अपना कैरियर बनाना चाहती है। प्रावीण्य सूची में 97.17 फीसदी अंक अर्जित करते हुए आठवां स्थान प्राप्त कर पूरे जिले में द्वितीय स्थान प्राप्त करने का श्रेय अपने माता-पिता एवं गुरुजनों की प्रेरणा और अपने कड़ी मेहनत को देती हुए कहती हैं कि माता-पिता ने उन्हें हर कदम पर बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
दीपाली सूर्यवंशी सरस्वती शिशु मंदिर नैला (जांजगीर) से प्रावीण्य सूची में स्थान बनाने वाली पहली छात्रा है। दीपाली की सफलता पर पूरा परिवार गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति परिवार की ओर से हार्दिक बधाई देते हुए प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी ने दीपाली के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए भावी सफलता के लिए शुभेच्छा दिया है।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित हाई स्कूल परीक्षा में जांजगीर जिले के चार विद्यार्थियों ने प्रावीण्य सूची में अपना स्थान बनाते हुए जिले का गौरव बढ़ाया है, जिसमें नेशनल कन्वेंट हायर सेकेण्डरी स्कूल डभरा की छात्रा ग्रीतू चंद्रा ने तृतीय, दीपाली सूर्यवंशी ने अष्टम एवं दो अन्य विद्यार्थियों ने क्रमश: नवम और दशम स्थान प्राप्त किया है।