बलौदा बाजार
कसडोल, 16 मई। दो दिनों की बारिश से जहां भीषण गर्मी तेज तपन से राहत मिली है,वहीं रबी फसल धान, पाल कछार की सब्जियों तथा तेंदूपत्ता संग्रहण में बाधा पड़ी है।
कसडोल बिलाईगढ़ क्षेत्र में 13 मई की रात्रि को दो घंटे की तेज हवा के साथ रिमझिम बारिश में भीषण गर्मी से राहत पहुंचाई है , वहीं 15 मई की शाम से 8. 30 बजे रात्रि तक अच्छी बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया है।
इसके साथ ही क्षेत्र में व्यापक स्तर पर रबी फसल धान जिसकी बालियां निकल चुकी है। धन पकने की स्थिति में है तेज हवा के साथ बारिश ने खड़ी फसल के गिरने की आशंका बढ़ा दी है। कसडोल विकास खंड क्षेत्र के 10 हजार एकड़ कृषि भूमि में रबी फसल धान की खेती हुई है । किसानों को अच्छी फसल की उम्मीद जगी थी, किंतु तेज हवा के साथ दो ढाई घंटे की बारिश में धान फसल को नुकसान पहुंचाया है।
रविवार की बारिश में धान फसल के अलावा इस समय व्यापक रूप से जारी तेंदूपत्ता संग्रहण को बुरी तरह प्रभावित किया है। रविवार की बारिश से जहां दो तीन दिनों तक खरीदी किए सूख गए तेंदूपत्ता भीग जानें की खबर है। गौरतलब हो कि बलौदाबाजार वन मंडल के उपवन मंडल कसडोल के अंतर्गत सोनाखान अर्जुनी देवपुर बिलाई गढ़ बलदा कछार रवान परिक्षेत्र के करीब 250 गांव तेंदूपत्ता संग्रहण से लाभान्वित होते हैं। जिन्हें 400 रुपए सैंकड़ा के अलावा बोनस के रूप में अच्छी खासी आमदनी हो जाती है। कसडोल विधान सभा क्षेत्र के बीचों बीच बहने वाली 3 पावन नदियां जोंक महानदी तथा शिवनाथ नदी के तट तथा नदी बीच लाभान्वित गांव के सैंकड़ों किसानों के फसल साग सब्जी भी नुकसान होने की खबर है। इसमें नदी बीच खेती किए तरबूज खरबूज साग सब्जी तेज हवा के साथ बारिश से ज्यादा नुकसान होने की खबर है।