दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 17 मई। भीख मांग कर गुजारा करने वाले दिव्यांग दिलीप भारती (54) ने आज अपने नेत्रदान की घोषणा कर घोषणा पत्र नवदृष्टि फाउंडेशन के कुलवंत भाटिया, राज आढ़तिया, जीतेन्द्र हासवानी को सौंपा।
दिलीप भारती ने कहा मांगते समय वह कई बार नेत्रहीन लोगों को देख उन्हें बहुत दु:ख होता था और उन्हें लगता था मै केवल चल नहीं सकता पर इनका दु:ख मुझसे अधिक है जो प्रकृति को देख भी नहीं सकते, दिलीप भारती ने नेत्रदान की इच्छा महाराजा चौक निवासी अधिवक्ता सिद्धार्थ तिवारी को जताई तो सिद्धार्थ तिवारी दिलीप को ले कर नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों के पास पहुंचे व नेत्रदान हेतु औपचारिकताएं पूर्ण की।
कुलवंत भाटिया ने कहा दिलीप भारती के नेत्रदान की घोषणा एक मिसाल है यह हमारी संस्था के लिए एक नया अनुभव है ऐसे आदमी की सोच भी इतनी महान हो सकती है जो स्वयं दूसरों पर निर्भर हैं पर नेत्रदान जैसा महादान कर उन्होंने सिद्ध किया आदमी अपने कार्यों से बड़ा होता है न की हैसियत से राज आढ़तिया ने कहा यदि समाज दिलीप भारती से प्रेरणा ले तो आने वाले समय में समाज अंध्त्वमुक्त होगा जहां पढ़े सम्पन्न लोग भ्रांतियों में फंसे है वंही दिलीप जैसे लोग भी समाज में हैं जो दूसरों का दर्द समझते हैं।
जितेंद्र हासवानी ने दिलीप से भीख मांगना छोड़ स्वयं कुछ काम करने आत्मसम्मान की जि़ंदगी जीने की सलाह दी व कहा इसके लिए हमारी संस्था हर सम्भव मदद के लिए तैयार है।
नवदृष्टि फाउंडेशन की ओर से अनिल बल्लेवार ,कुलवंत भाटिया, राज आढ़तिया, प्रवीण तिवारी, मुकेश आढ़तिया, हरमन दुलई,,किरण भंडारी, रितेश जैन,जितेंद्र हासवानी,सत्येंद्र राजपूत,सुरेश जैन,पियूष मालवीय,विकास जायसवाल मुकेश राठी,दीपक बंसल,प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ, सूरज साहू संतोष राजपुरोहित, चेतन जैन ने दिलीप भारती के नेत्रदान के निर्णय स्वागत किया व शुभकामनाएं दी।