बीजापुर
मंत्री लखमा के बयान पर कहा-पॉलिटिकल स्टंट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 मई। सुकमा और बीजापुर जिले की सरहद सिलगेर में हजारों की तादात में ग्रामीण सिलगेर गोलीकांड की पहली बरसी मनाने तीन दिनों से जुटे रहे।
ज्ञात हो कि 12 मई 2021 को सिलगेर में सुरक्षाबलों ने कैम्प स्थापित किया गया था। जिसका ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा था। 17 मई को सिलगेर में कैम्प के विरोध प्रदर्शन के दौरान फायरिंग हुई, जिसमें सिलगेर के 3 ग्रामीणों की मौत हो गई। गोलीकांड के बाद सिलगेर में 2 और घायलों की मौत हुई।
गोलीकांड में दोषी पुलिस के अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर सिलगेर में बीते एक साल से आंदोलन जारी है। सिलगेर के बरसी कार्यक्रम में दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर जिले के हजारों ग्रामीण शामिल हुए।
सिलगेर बरसी कार्यक्रम के दौरान वहां एक मेडिकल कैम्प लगा हुआ था। तपती धूप में हजारों लोगों के स्वास्थ्य के लिए वहां मेडिकल कैम्प संचालन किया जा रहा था।
सिलगेर गोलकांड की पूरी हकीकत दिखाती एक फोटो प्रदर्शनी भी धरना कार्यक्रम के बाजू में लगाई गई थी, जिसमें कैम्प विरोध से लेकर सालभर चलते आंदोलन को दर्शाया गया था। वहीं आंदोलनरत ग्रामीणों ने कल दिए मंत्री कवासी लखमा के बयान को चुनावी राजनीति करार दिया।
ग्रामीणों ने कहा कि पीडि़तों को न्याय देने में सरकार देरी कर रही है। ग्रामीणों और पीडि़तों की मांग है कि सरकार पहले निष्पक्ष जांच कराए, उसके बाद मुआवजे पर बातचीत होगी।