महासमुन्द
मनरेगा के मजदूरों से ही कराया जाएगा नए सरोवर का निर्माण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,19 मई। पशुओं को शुद्ध पानी, निस्तारी की समस्या दूर करने, भू-जल स्तर बढ़ाने की कवायद जिले में जल्द ही शुरू होने वाली है। इसके लिए जिले में 75 अमृत सरोवर का निर्माण किया जाना है। आजादी के अमृत महोत्सव योजना के तहत बने अमृत सरोवरों से ही वनांचल क्षेत्रों में संचाई भी की जा सकेगी।
इस योजना के तहत जिलेभर के करीब 75 गांवों में नए अमृत सरोवर का बनाए जाएंगे। इस निर्माण कार्य से मनरेगा के मजदूरों को लाभ भी मिलेगा। क्योंकि मनरेगा के मजदूरों से ही इस नए सरोवर का निर्माण कराया जाना है। इसमें खास बात यह है कि ये नए तालाब जिले के 75 जगह बनेंगे। सबसे पहले अमृत सरोवर का निर्माण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के गांव में किया जाएगा। सरोवरों के निर्माण के लिए तैयारियां जल्द ही शुरू होंगी। हालांकि वर्तमान में रोजगार सहायक व मनरेगा के कर्मचारी हड़ताल में होने की वजह से कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया हैं, लेकिन जल्द ही कार्य प्रारंभ होंगे। जिले में 100 जगह सरोवर तैयार करने की सूची आई है। लेकिन पहले चरण में 75 सरोवर का निर्माण किया जाना है।
जिला पंचायत सीईओ एस आलोक ने बताया कि राज्य से 100 तालाब निर्माण की सूची प्राप्त हुई है, लेकिन पहले 75 का निर्माण करना है। इस योजना के तहत पहले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के गांव को पहले प्राथमिकता दी गई है। हड़ताल की वजह से कार्य प्रभावित है। लेकिन जल्द ही योजना के तहत अमृत सरोवरों का निर्माण किया जाएगा।
भाजपा सांसद चुन्नी लाल साहू का कहना है कि आजादी के अमृत महोत्सव पर अमृत सरोवर बनेगा तो यह यादगार रहेगा। इन सरोवरों में जल का संग्रहण होगा तो आने वाले सालों में जल संकंट की परेशानी से निजात मिलेगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव पर देशभर के हर जिले में नए सरोवर बनाने का आह्वान किया था। पानी को सहेजने की दिशा में हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक अमृत सरोवर तैयार करने के लिए 50-50 लाख रुपए का खर्च होगा। यह खर्च स्थानीय मद व खनिज न्यास मद से किया जाएगा। इस योजना के तह पूर्व में निर्मित तालाबों का भी सुंदरीकरण किया जाएगा। योजना के तहत निर्माण के लिए आदेश मिल चुका है। पहले प्रदेश स्तर पर कार्य योजना बनी अब निर्माण के लिए आदेश जारी किया गया है। जियो टैगिंग का कार्य जल्द ही शुरू होगा।
सीईओ ने मिली जानकारी अनुसार जिले के 75 जगहों में अमृत सरोवर के निर्माण के लिए जगहों का चिन्हांकन किया जाएगा। सीईओ ने बताया कि कई जगह ऐसे हैं जहां अतिक्रमण हुआ है। कई जगह निजी जमीन पर भी बनाए जाएंगे। इसके लिए जियो टैगिंग कराने के बाद जल्द ही कार्य प्रांरभ किया जाएगा।