कोण्डागांव
शिकायत बाद मिलर्स कर रहे टीन शेड और बाउंड्रीवॉल का निर्माण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 19 मई। राइस मिल से निकलने वाले प्रदूषण से परेशान ग्रामीणों ने एसडीएम से शिकायत की। इसके बाद मिलर्स टीन शेड और बाउंड्रीवॉल का निर्माण कर रहे हंै। जिससे जल्द ही ग्रामीणों को धूल व भूसे की समस्या से निजात मिल जाएगी।
केशकाल विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत गौरगांव के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने विगत दिनों केशकाल एसडीएम डी.डी मण्डावी को लिखित आवेदन देकर गांव में स्थित मिलों से निकलने वाले धूल और भूसे के कारण आसपास के लोगों को होने वाली समस्याओं के संबंध में शिकायत की थी।
ग्रामीणों का कहना था कि मिलों से निकलने वाली धूल और भूसे के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है, और यदि मिलर्स द्वारा जल्द ही व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया गया तो ग्रामीण अनेक प्रकार की बीमारियों से ग्रसित भी हो सकते हैं, वहीं मिलर्स का कहना है कि हमने पर्यावरण संरक्षण विभाग के अधिकारियों के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए आवश्यक सुधार कार्य शुरू कर दिए हैं, जल्द ही कार्य पूरा होगा और यहां से धूल व भूसा बाहर नहीं जाएगा।
गौरगांव के सरपंच पति मुकेश मरकाम ने बताया कि इस गांव में कुल 6 राइस मिल है, कुछ दिन पहले स्थानीय ग्रामीणों ने पंचायत आकर शिकायत किया था। जिसके आधार पर हमनें केशकाल एसडीएम व संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया था। फलस्वरूप कुछ अधिकारियों के दल ने गांव आकर मिलों का निरीक्षण कर संबंधित मिल के संचालकों को धूल व भूसा बाहर न जाए, इसके लिए 1 महीने के भीतर व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे।
इस संबंध में सृष्टि राइस मिल के संचालक कमलेश कटारिया व रजा राइस मिल के संचालक रफीक रजा ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण मण्डल के अधिकारियों द्वारा गौरगांव के सभी मिलर्स को निर्देशित किया गया था कि जिन मिलों के आसपास घर है वे मिलर्स भूसा निकलने वाले स्थान पर शेड का निर्माण करवाएं। जिसके परिपालन में सभी मिलर्स ने काम शुरू कर दिया है तथा कुछ मिलर्स के द्वारा कार्य पूर्ण भी कर लिया गया है। चूंकि मिलों में कस्टम मिलिंग का कार्य चल रहा है ऐसे में शेड निर्माण करवाने में थोड़ा विलंब हो रहा है। आगामी 2 महीनों के भीतर सभी मिलों में कार्य पूर्ण हो जाएगा, तथा ग्रामीणों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसका खास ध्यान रखा जाएगा।
केशकाल एसडीएम दीनदयाल मंडावी ने बताया कि गौरगांव के ग्रामवासियों की शिकायत के आधार पर हमने मामले की जांच के लिए खाद्य विभाग एवं पर्यावरण संरक्षण मण्डल की संयुक्त टीम को भेजा था। जांच के दौरान मिलों की कमियां संबंधित मिलर्स को बताई गई थी। फलस्वरूप सभी मिलर्स के द्वारा वायु प्रदूषण रोकने के लिए डस्ट कलेक्टर ‘सायक्लोन’ लगा लिया गया है। साथ ही शेड व दीवार ऊंची करने के निर्देश भी दिए गए थे, जिसका निर्माण कार्य जारी है। जल्द ही ग्रामीणों को धूल व भूसे की समस्या से निजात मिल जाएगी।