धमतरी
तीन दिनी लगा रहा भक्तों का मेला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 20 मई। सप्तऋषियों की तपोभूमि सिहावा नगरी वनांचल के कुंजर वन ग्राम कोटाभर्री डोंगरडुला में प्रगटित विख्यात स्वयंभू ज्योतिर्लिंग श्री भीमाकोटेश्वर महादेव प्रागट्य दिवस के अवसर पर त्रिदिवसीय कोटेश्वर महोत्सव का आयोजन 17 मई से 19 मई तक स्थान कोटेश्वर धाम कोटाभर्री डोंगरडुला में किया गया।
कोटेश्वर के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। कोटेश्वर धाम में आमंत्रित देवी देवताओं का भी लोग दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किये और मंडई मेला का आनन्द लिए है। कोटेश्वर महोत्सव का शुभारंभ 17 मई मंगलवार को क्षेत्र से आमंत्रित देवी देवताओं का स्वागत, देव परघाई और पूजन कर हुआ तथा शाम को जातरा कार्यक्रम सम्पन्न हुआ, वहीं 18 मई बुधवार को भव्य मंडई मेला में देव पूजन, देव विग्रह, डांग डोली के साथ देव सवार बैगाओं ने भीमा कोटेश्वर महादेव की ढाई परिक्रमा कर मड़ई बिहरने का रस्म अदा किये गए, जिसमें भी लोग साथ साथ चलकर परिक्रमा किये।
देवी देवताओं के द्वारा नृत्यों का प्रदर्शन किया गया, जिसे देखने भारी भीड़ उपस्थित था, वहीं सायं को अचानक मौसम की खराबी के कारण लोक रंग अर्जुन्दा का कार्यक्रम विलम्ब से शुरू हुआ परन्तु जिसे देखने दूर दूर से लोग रात्रि में भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे और देररात तक कार्यक्रम का लुफ्त उठाते रहे।
कोटेश्वर महोत्सव के आखरी दिन 19 मई गुरुवार को आमंत्रित देवी देवताओं की पूजन के साथ भेंट सामग्री प्रदान कर विदाई कर कोटेश्वर महोत्सव का समापन किया गया। इस दौरान त्रिदिवसीय कोटेश्वर महोत्सव को सफल बनाने के लिए कोटेश्वर धाम समिति ने समस्त क्षेत्रवासियों, श्रद्धालुओं, शासन, पुलिस प्रशासन, मिडिया का आभार व्यक्त किया है।
इस त्रिदिवसीय कोटेश्वर महोत्सव को सफल बनाने में मुख्य तौर से मुख्य संरक्षक मनोज सिंह मंडावी उपाध्यक्ष छ.ग.विधानसभा, संरक्षक श्रवण मरकाम पूर्व विधायक सिहावा, मार्गदर्शक गुरुदेव सत्यनारायण स्वामी, अध्यक्ष अर्जुन सिंह मरकाम, महासचिव डोमार सिंह, सचिव डेविड ठाकुर, कोषाध्यक्ष कुलदीप साहू, उपाध्यक्ष -बंशी सोरी,सुकालू निर्मलकर, हरक मंडावी, हुलार वट्टी, सहसचिव मुरारी ग्वाल, सोहन मरकाम,लेखराम साहू, ग्राम प्रमुख -धनीराम मरकाम, दुखवा राम, वैद्यराज दसरथ नेताम, मोहन मरकाम, विपत सोरी, कंवर लाल, मुकेश बघेल, प्रताप साहू, पुरुषोत्तम नेताम, विष्णु यादव, रघु यादव, सियाराम ध्रुव, दिनेश साहू, अगहन सिंह, गौतम मरकाम, पूसउ मरकाम, शत्रुघ्न साक्षी, गोलू मालू, सचिन भंसाली, किशन गजेंद्र, त्रिभुवन तिवारी, राजेन्द्र साहू, तुकेश्वर साहू, कृष्ण भास्कर, डोंगर बाबा, पल्लू बाबा, नन्दलाल यादव, सहित आठ पंचायत के ग्रामवासियों का सराहनीय योगदान रहा है।