राजनांदगांव
नांदगांव-खैरागढ़ में 88 फीसदी तोड़ाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मई। ‘हरा सोना’ यानी तेन्दूपत्ता की तोड़ाई के लिए सिर्फ सप्ताहभर का वक्त रह गया है। जिले के खैरागढ़ और राजनांदगांव वन मंडल में तकरीबन सवा लाख मानक बोरा तोड़ाई का लक्ष्य रखा गया था। निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप दोनों वन मंडल में 88 फीसदी तोड़ाई हो चुकी है।
खैरागढ़ डीएफओ दिलराज प्रभाकर और राजनांदगांव डीएफओ सलमा फारूखी ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि लक्ष्य के करीब तोड़ाई हो चुकी है। अगले कुछ दिनों में तोड़ाई बंद हो जाएगी। वन महकमा मौसम के मिजाज को देखते हुए जल्द ही तोड़ाई को तेज करने पर जोर दे रहा है। तेन्दूपत्ता संग्राहकों को तोड़ाई के बाद फड़ों में रखे गए पत्तों को सीधे लाटों में पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। एक जानकारी के मुताबिक राजनंादगांव और खैरागढ़ वन मंडल में क्रमश: 84400 और 42000 मानक बोरा की तोड़ाई के मद्देनजर वन संग्राहक पत्ते की गड्डियां बना रहे हैं। दोनों वन मंडल में इस साल मौसम का साथ मिलने से तोड़ाई अच्छी हुई है। पत्तों की गुणवत्ता भी अन्य सालों की तुलना में इस साल बेहतर है। माना जा रहा है कि अधिकतम मई के आखिरी सप्ताह तक तोड़ाई होगी। कुछ समितियों ने अपना लक्ष्य लगभग पूरा कर लिया है। मानपुर डिवीजन में अगले एक-दो दिन में तोड़ाई का सिलसिले पर ब्रेक लग जाएगा। इस तरह जिले से वन अमले को तेन्दूपत्ता से अच्छा राजस्व मिलने का अनुमान है।
तेन्दूपत्ते का परिवहन शुरू
जिले के समितियों की ओर से तेन्दूपत्ता का परिवहन भी शुरू हो गया है। शुरूआत में बकरकट्टा क्षेत्र से तेन्दूपत्ता लेकर ट्रकों की आवाजाही शुरू हो गई है। इसके अलावा छुईखदान के भीतरी इलाकों से भी तेन्दपूत्ता लेकर ट्रक गोदाम का रूख कर रहे हैं। मोहला-मानपुर क्षेत्र में भी फड़ों में तेन्दूपत्ते सूख गए हैं। इसके बाद बोरियों में पत्तों का भरा जा रहा है। इस तरह मौसम खराब होने से पहले उम्मीद की जा रही है कि तेन्दूपत्ता अपने तय ठिकाने पर पहुंच जाएंगे।