महासमुन्द
आर्थिक तंगी के चलते कुछ दिन पहले ही बनाई थी योजना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 21 मई। बसना थाना क्षेत्र के ग्राम चनाट स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में शटर तोडक़र चोरी करने की नीयत से घुसे चार युवकों को पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटों बाद हिरासत में ले लिया था। पकड़े गए सभी आरोपी आसपास क्षेत्र के रहने वाले हैं। डॉयल 112 के आरक्षक द्वारा नोट किए गए गाड़ी नंबर के सहारे पुलिस आरोपियों तक पहुंची और सभी को एक-एक कर गिरफ्तार कर लिया। बड़ी बात यह है कि चोरी की घटना को अंजाम देने के लिए आरोपी जिस गाड़ी में आए थे, उस गाड़ी का मालिक भी वारदात में शामिल था। पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने शुक्रवार की शाम मामले का खुलासा किया। एसपी ने बताया कि घटना का मास्टर माइंड ग्राम मधुबन थाना बसना निवासी रितेश शर्मा (22), गाड़ी का चालक व मालिक ग्राम ढुटीकोना थाना सरायपाली निवासी कमल साहू, उसी के गांव के हरीश निषाद (22) एवं तुलसी निषाद ने घटना को अंजाम दिया। बैंक के अंदर जब कुछ नहीं मिला तो आरोपियों ने बैंक के अंदर तोडफ़ोड़ करते हुए वहां रखे टैब कीमती 16 हजार को ले गए। आरोपियों के तोडफ़ोड़ से बैंक को 40 हजार रुपए का नुकसान हुआ है।
एसपी ने बताया कि मास्टर माइंड रितेश शर्मा गांव में छुटपुट चोरी करता था, लेकिन इनके खिलाफ एक भी मामला नहीं है। इन चारों के बीच दोस्ती है। आर्थिक तंगी के चलते चारों ने मिलकर कुछ दिन पहले ही बैंक में चोरी करने का प्लान बनाया था।
डॉयल 112 की टीम क्षेत्र में पेट्रोलिंग कर रही थी। इस रात आंधी तूफान के बाद बिजली बंद थी। रात साढ़े 12 बजे सूचना मिली कि चनाट के बैंक में चोरी हो गई है। इस पर टीम बैंक की ओर जा रही थी। रास्ते से ईको कार ने डॉयल 112 की गाड़ी को क्रॉस किया। आरक्षक को संदेह हुआ और उक्त गाड़ी नंबर को याद कर लिया। टीम बैंक पहुंची। सीसीटीवी कैमरा बंद था। आसपास पूछताछ करने पर पता चला कि उक्त नंबर की गाड़ी इस क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से घूम रही है। इसके बाद टीम गाड़ी नंबर के माध्यम से मालिक तक पहुंची। गाड़ी टूटीकोना सरायपाली निवासी कमल साहू की थी। हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर खुलासा हुआ और सभी आरोपी पकड़े गए।