कोण्डागांव

आवर्ती चराई गौठान की जैसी थी संकल्पना उसका प्रतिरूप है मर्दापाल गौठान-भूपेश
21-May-2022 10:11 PM
आवर्ती चराई गौठान की जैसी थी संकल्पना उसका प्रतिरूप है मर्दापाल गौठान-भूपेश

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 21 मई।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मर्दापाल उपतहसील में बने आवर्ती चराई का गौठान का शुभारंभ किया, जहां उन्होंने 25 हेक्टेयर में फैले इस गोठान में संचालित 10 प्रकार की गतिविधियों का अवलोकन किया, जिसमें 10 हेक्टेयर में आजीविका गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।

इस गौठान में उन्होंने गोपालन, मछली पालन, सुकरपालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन, तिखुर, हल्दी एवं अदरक उत्पादन, मशरूम उत्पादन, गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण, चारा एवं सब्जी उत्पादन का अवलोकन कर कहा कि राज्य शासन द्वारा आवर्ती चराई गोठान के निर्माण के समय जो संकल्पनायें की गई थी, वह सभी मर्दापाल गोठान में साकार होते दिख रही है। यह गौठान पूरे प्रदेश के लिए आदर्श आवर्ती चराई गोठान बनेगा। यहां गांव से आये मांझी चालकी द्वारा मुख्यमंत्री को परंपरागत पगड़ी भी पहनाई गई, साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा सरई, छिन्द और जामुन के पत्तों के बने चौपाल में बैठकर ग्रामीणों से चर्चा की गई।

मत्स्य उत्पादन की सराहना की
मुख्यमंत्री द्वारा मर्दापाल गोठान में बायो फ्लॉक द्वारा मछली उत्पादन को देखकर नवाचारी प्रयोग की सराहना करते हुए कहा कि इतने कम क्षेत्रफल में अधिक उत्पादकता वाली विधि को प्रदेश के अन्य गौठानों में भी उपयोग में लाया जाना चाहिए तथा इसे बड़े पैमाने पर करने के लिए उन्होंने अनुशंसा की।
 
गोठान समिति की अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
इस अवसर पर मर्दापाल गोठान समिति की अध्यक्ष द्वारा मुख्यमंत्री से बात करते हुए गोठान निर्माण के लिए आभार जताते हुए इसके निर्माण को क्षेत्र की महिलाओं के लिए लाभप्रद बताया। मुख्यमंत्री द्वारा गोठान समिति की महिलाओं से बात कर गोठान को आगे बढ़ाने को कहा गया।

मुख्यमंत्री ने जताया हर्ष
भेंट मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल को कोण्डागांव के मर्दापाल सरपंच शंकर वट्टी ने बताया कि उनका गांव कोण्डागांव जिले के सबसे सुदूर अंचल में बसा एक अतिसंवेदनशील गांव है, जहां नदी के प्रवाह के कारण सडक़ों के न होने से विकास अछुता रहा था, परंतु वर्तमान शासन द्वारा अतिंम व्यक्ति तक पहुुंच बनाते हुए उनके नेतृत्व में ग्राम कड़ेनार में स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत भवन एवं पीडीएस दुकाने निर्मित की जा रही है एवं नवीन छात्रावास भी बच्चों के लिए प्रस्तावित किया गया है, जिससे इस संवेदनशील ग्राम में भी विकास हो रहा है। यह सुनकर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सरपंच को बधाई देते हुए गांव के विकास पर हर्ष जताया। सरपंच द्वारा ग्राम के लिए सडक़ों की मांग पर मुख्यमंत्री द्वारा दोनों विधायकों एवं कलेक्टर को तुरंत सडक़ के निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार कर निर्माण करने को कहा।

नगद तेंदूपत्ता खरीदी की घोषणा
भेंट मुलाकात के दौरान ग्रामीणों द्वारा मर्दापाल में नगद तेंदुपत्ता संग्रहण राशि के भुगतान की मांग पर मुख्यमंत्री द्वारा मांग को स्वीकारते हुए तेंदुपत्ता की नगद भुगतान की घोषणा की गई। इस अवसर पर कुरूसनार की बालिका द्वारा जमीन पर कब्जा दिलाने की मांग पर मुख्यमंत्री द्वारा आश्वासन दिया गया कि उसके साथ न्याय होगा इसके लिए उन्होने कलेक्टर को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिये।

जंगल से लाई चिरौंजी, तेंदु एवं छिन्द फलों की टोकरी दी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को प्रवास के दौरान मर्दापाल की केसरबती ने चिरौजीं, लखापुरी के कान्तुराम ने जंगल से लाये गये तेन्दु एवं मेंडपाल के विष्णु ने छिन्द से भरी टोकरी भेंट की जिसपर मुख्यमंत्री द्वारा पुछे जाने पर उन्होने बताया कि उन्होने मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना पर सुबह सुबह जंगल पहुंच तीनो फलो को लाया था यह फल बस्तर की विशेषता होने के साथ यहां की संस्कृति के परिचायक भी है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा मर्दापाल की होनहार हॉकी खेलने वाली बालिकाओं को हॉकी किट, 19 लोगों को वनाधिकार पत्र, 23 बिहान समूह की महिलाओं को चेक, तेंदूपत्ता संग्राहकों को शहीद महेन्द्र कर्मा तेंदूपत्ता संग्राहक योजना की बीमा राशि, किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड ऋण का नगद भुगतान किया गया।

इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य  मंत्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद दीपक बैज, हस्तशिल्प बोर्ड के अध्यक्ष एवं नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप, विधायक कोण्डागांव मोहन मरकाम, मुख्य सचिव अमिताभ जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, गणमान्य नागरिक सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।

लोकार्पण-भूमिपूजन
मुख्यमंत्री ने मर्दापाल में 11 करोड़ 77 लाख राशि के 76 विकास कार्यो का लोकार्पण और भूमिपूजन किया, जिसमें 4 करोड़ 71 लाख राशि के 12 विकास कार्यों का लोकार्पण और 7 करोड़ 6 लाख राशि के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया।मुख्यमंत्री ने मर्दापाल में ग्रामीण भोला राम भोयर के घर पर उनके साथ जमीन पर बैठकर भोजन किया।
 
भोजन में स्थानीय व्यंजन चरोटा भाजी और हिरवां की सब्जी, रोटी, दाल, चावल, आम की चटनी, चेंच भाजी, कोलियरी भाजी और भिंडी थी।

मुख्यमंत्री ने कहा- बढिय़ा भोजन कराया, धन्यवाद। मुख्यमंत्री ने मिटकी बाई सहित घर की महिलाओं को साड़ी  और बच्चों को चॉकलेट भेंट किया।  मोहल्लेवासियों से भी हाल-चाल जाना।

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