राजनांदगांव
सहकारी बैंक किसानों से भरा खचाखच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 मई। राजीव गांधी किसान न्याय योजना की राशि खाते में जमा होने के बाद जिलेभर किसान सोमवार को सहकारी बैंकों में रकम आहरण के लिए पहुंच रहे हैं। चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी के बीच स्थानीय जिला सहकारी बैंक के काउंटर में किसानों की लंबी कतार दिख रही है। वहीं बैंक परिसर किसानों से खचाखच भरा हुआ है।
गौरतलब है कि 21 मई को विपणन वर्ष 2021-22 के लिए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने योजना के अंतर्गत एक अरब 56 करोड़ रुपए जिले के किसानों के खाते में अंतरित किया है। इसके बाद उक्त योजना की राशि को निकालने के लिए बड़ी संख्या में किसान बैंक में पहुंच रहे हैं। जिले के अलग-अलग क्षेत्रों के किसान बड़ी संख्या में सहकारी बैंक में राशि निकालने कतार लगाए हुए हैं। वहीं कुछ किसान बैंक खुलने से पहले ही राशि निकालने बैंक पहुंच गए थे। इधर बुद्धुभरदा के किसान भेलस साहू ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किसानों के खाते में राशि जमा कराया गया है, उस राशि को निकालने के लिए पहुंचा हूं। उन्होंने कहा कि राशि निकालने के बाद अपने आवश्यक कार्यों के लिए खर्च करूंगा।
एकमुश्त मिलना चाहिए राशि
सिंघोला की सावित्री साहू ने कहा कि बैंक में भीड़ अधिक है। एंट्री करवाने सुबह 10 बजे से पहुंचे हैं। एंट्री करवाने समय लग रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को एक बार में ही राशि दी जानी चाहिए। किसानों की मेहनत का पैसा टुकड़ों में दिया जा रहा है। जबकि कर्मचारियों को एक साथ लाख रुपए मिल जाता है, लेकिन किसानों को एक साथ के बजाय टुकड़ों में राशि दी जाती है। ऐसे में किसानों के हाथ में राशि की बचत नहीं हो पाती।
किसानों के साथ छल
बुद्धुभरदा के रोहित ने कहा कि राशि आहरण के लिए शाखा दिया जाना चाहिए। जिससे किसानों को राशि निकालने में सुविधा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों को खाद नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि खाद के नाम पर 900 रुपए एकड़ के हिसाब से किसानों को गोबर दिया जा रहा है। खाद सही नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि डीएपी 1350 रुपए में मिल रहा है। जबकि पोटाश के दाम डबल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि 3 एकड़ खेत के हिसाब से 2700 रुपए का खाद बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ सरकार छलावा कर रही है।